तेहरान: मसूद अल-बदज़िकियान ने ईरान का राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। उन्होंने ईरान में ‘एकता और सद्भाव’ लाने का वादा किया था और ये भी वादा भी किया था कि वह दुनिया से ईरान के अलगाव को ख़त्म करेंगे।
ईरानी मीडिया के मुताबिक, राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे चरण में सुधारवादी उम्मीदवार मसूद अल-बदज़िकियन को 16.3 मिलियन वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी, प्रतिक्रियावादी सईद जलीली को 1.35 मिलियन वोट मिले।
चुनाव नतीजों के मुताबिक़ अब तक गिने गए तीन करोड़ वोटों में से डाक्टर मसूद पेज़ेश्कियान को 53.3 फ़ीसदी वोट मिले हैं जबकि कटटरपंथी जलीली को 44.3 फ़ीसदी वोट मिले। सुधारवादी माने जाने वाले पेज़ेश्कियान देश में ‘मोरल पुलिसिंग’ के कड़े आलोचक रहे हैं।
ईरान के आंतरिक मंत्रालय ने मसूद पेज़ेश्कियान की सफलता का एलान करते हुए कहा कि 69 वर्षीय मसूद को सबसे अधिक वोटों से ईरान का राष्ट्रपति चुना गया है। मसूद पेज़ेश्कियान एक हार्ट सर्जन और संसद सदस्य रहे हैं। मसूद पेज़ेश्कियान स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री के अलावा 5 बार संसद सदस्य और एक बार उपराष्ट्रपति रहे हैं।
ईरान के राष्ट्रपति चुनाव के पहले चरण में चारों उम्मीदवारों में से किसी को भी 50 फीसदी से ज्यादा वोट नहीं मिल सके। 28 जून को पहले चरण के मतदान में 40 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 1979 के बाद सबसे कम है।
नतीजे आने के बाद सोशल मीडिया में साझा किए गए वीडियो में लोग डॉक्टर पेज़ेश्कियान की जीत पर तेहरान सहित देश के दूसरे शहरोंं में खुशियां मनाते नज़र आ रहे हैं।
उनके अधिकतर समर्थक युवा हैं और वह नाचते हुए हरा झंडा लहराते दिख रहे हैं। वहीं कुछ लोग ख़ुशी ज़ाहिर करने के लिए कार की हॉर्न बजाते निकल रहे हैं।
बताते चलें कि मई में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मृत्यु के कारण ईरान में जल्दी राष्ट्रपति चुनाव कराए गए।