लखनऊ : यूपी के चुनावी दंगल की शुरुआत होने के साथ ही राजनीतिक दलों में नेताओं की नाराजगी का दौर भी शुरू हो गया है। लगभग सभी पार्टियों की तरह समाजवादी पार्टी के भी नेताओं ने टिकट न मिलने पर अपने आलाकमान नेताओं पर गंभीर आरोप लगाने शुरू कर दिये हैं। Ramveer
लेकिन सपा में नाराज नेताओं की लिस्ट में अब मुलायम सिंह यादव के समधियों का नाम जुड़ा गया है। पार्टी की ओर से जारी उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट में भी अपना नाम नहीं होने से नाराज रामवीर और राम प्रकाश यादव ने समाजवादी पार्टी से अपना नाता तोड़ लिया है।
मुलायम सिंह के समधी रामवीर ने पार्टी छोड़ने के बाद रालोद का दामन थाम लिया हैं। रालोद ने उन्हें फिरोजाबाद सीट से टिकट दिया है।
वहीं नेताजी के दूसरे समधी राम प्रकाश यादव किसी पार्टी में न जाकर यूपी की शिकोहाबाद सीट से निर्दलाय चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। राम प्रकाश मैनपुरी से सांसद तेज प्रताप यादव के नाना हैं।
आपको बता दें कि फिरोजाबाद जिले में 11 फरवरी यानी दूसरे चरण में मतदान होना है। जसराना सीट से चार बार विधायक रह चुके और मुलायम सिंह के समधी रामवीर सिहं यादव को भरोसा था कि उन्हें समाजवादी पार्टी फिर अपना उम्मीदवार घोषित करेगी, लेकिन रामवीर की सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया।
रामवीर का सारा गुस्सा राम गोपाल यादव के खिलाफ है। रामवीर ने राम गोपाल पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि वो उनकी हत्या कराना चाहते हैं।
रामवीर के मुताबिक राम गोपाल ने उनके क्षेत्र में जानबूझ कर कोई काम नहीं होने दिया। रामवीर के मैदान में होने से यादव वोटों का बंटवारा होता है तो इसका सीधा नुकसान समाजवादी पार्टी को ही होगा।
समाजवादी पार्टी में टिकट न मिलने पर नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी हैं। हाल ही में मुलायम सिंह यादव के करीबी और पार्टी के कद्दावर नेता अंबिका चौधरी ने भी सपा छोड़ने के बाद बसपा का दामन थामा है। इसी क्रम में टिकटों के बंटवारे से नाराज होकर सपा के कई और दूसरे नेता अलग संभावनाएं तलाश रहे हैं।