चेन्नई, सुपरस्टार रजनीकांत अब राजनीति में रंग दिखाने की तैयारी में हैं. दक्षिण भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांत क्या अब राजनीति में रंग दिखाने की तैयारी में हैं? तमिलनाडु में लोगों के जेहन में बार-बार कौंध रहे इस सवाल पर रजनीकांत ने इस पर अब तक का सबसे बड़ा इशारा करते हुए कहा, यह सिस्टम सड़ चुका है और इसमें बदलाव के लिए बड़े सुधार की जरूरत है.
रजनीकांत ने साथ ही कहा, ‘हमारे पास (एमके) स्टालिन, अंबुमणि (रामदौस) और सीमन जैसे अच्छे नेता है. लेनिक जब सिस्टम ही सड़ चुका है, तब हम क्या करें. इस सिस्टम को बदलने की जरूरत है और यह बदलाव लोगों की सोच से शुरू होनी चाहिए, तभी हमारा देश फले-फूलेगा.’
फैन्स के बीच भगवान की तरह पूजे जाने वाले इस सुपरस्टार ने कहा, ‘मेरा अपना पेशा, अपना काम है. मेरे ऊपर अपनी कुछ जिम्मेदारियां हैं और आपके पास अपने काम. आप अपनी-अपनी जगहों पर जाएं और अपना काम करें. जब लड़ाई की जरूरत होगी, तब हम फिर मिलेंगे.’
दरअसल तमिल राजनीति के सितारे जयललिता के निधन और डीएमके सुप्रीमो एम. करुणानिधि के सियासी तस्वीर से होने के बाद अब रजनीकांत के फैन्स को भरोसा है कि इस राजनीतिक खालीपन को वही प्रभावी ढंग से भर पाएंगे. ये चर्चाएं राजनीति में शामिल होने को लेकर रजनीकांत के हालिया बयानों से शुरू हुईं.
हालांकि राजनीति में रजनी की एंट्री को लेकर पहली बार अटकलें नहीं लग रहीं. इससे पहले वर्ष 1996 में भी अटकलें लगी थीं, जब उन्होंने जनता से सार्वजनिक रूप से कहा था कि वे जयललिता के पक्ष में मतदान ना करें . रजनीकांत ने तब कहा था कि अगर AIADMK फिर से चुनी गई, तो भगवान भी तमिलनाडु को नहीं बचा सकता. इसके बाद अम्मा वह विधानसभा चुनाव हार गई थीं और डीएमके-टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस) को भारी जीत मिली थी.
इसके बाद रजनीकांत ने वर्ष 2002 में आई फिल्म बाबा में राजनीतिक शुरुआत करने के फिर संकेत दिए. रजनीकांत ने अभी हाल में भी कहा था कि राजनीति में आने की उनकी कोई इच्छा नहीं है, लेकिन अगर वह राजनीति में आएंगे तो पैसे के पीछे भागने वाले लोगों को बाहर का रास्ता दिखा देंगे.
जब भी इस सुपरस्टार के फैन्स पूरे तमिलनाडु में पोस्टर लगाकर उनसे राजनीति में आने, नेतृत्व करने और तमिलनाडु को बचाने की अपील कर रहते दिख रहे हैं. वहीं AIADMK को छोड़ अन्य कई राजनीतिक दलों ने उनसे अपने दल में शामिल होने का अनुरोध कर चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी के कई शीर्ष नेताओं से रजनीकांत के काफी अच्छे संबंध हैं, जिनका कहना है कि पार्टी में अभिनेता का स्वागत है. तमिलनाडु के बीजेपी नेता और केंद्रीय राज्यमंत्री पॉन राधाकृष्णन ने हाल में ही कहा था, अगर वह राजनीति में आते हैं, तो हम उनका स्वागत करते हैं. वह भाजपा में शामिल होते हैं, तो उनका स्वागत है. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी वर्ष 2014 में अपने चेन्नई दौरे के दौरान रजनीकांत से आवास पर उनसे मुलाकात की थी, जिसके बाद से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें जोरों पर हैं.
गौरतलब है कि तमिल सिनेमा के राजनीति के हमेशा करीबी संबंध रहे हैं. दिवंगत एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) और जे जयललिता के अलावा स्क्रिप्ट राइटर एम करुणानिधि ने भी राज्य की सत्ता संभाली. रामचंद्रन तो राजनीति की तरह ही सिनेमा में भी बेहद सफल रहे. रजनीकांत के प्रशंसक यह देखना चाहते हैं कि क्या वह भी एमजीआर जैसा करिश्मा दोहरा सकते हैं.