‘आज मैं देश के सभी स्टूडेंट्स को विश्वास दिलाता हूं कि मैं संसद में आपकी आवाज़ बन कर आपके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मज़बूती से उठाऊंगा।’ राहुल गांधी ने नीट परीक्षा विवाद के बीच छात्रों से यह वादा किया है
प्रमुख विपक्षी दल के नेता और लोकसभा सांसद राहुल गाँधी ने नीट परीक्षा में होने वाली अनियमितताओं की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की बात कही है।
सोशल मीडिया साईट एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा- ‘‘नरेन्द्र मोदी ने अभी शपथ भी नहीं ली है और नीट परीक्षा में हुई धांधली ने 24 लाख से अधिक छात्रों और उनके परिवारों को तोड़ दिया है।’’
आगे वह लिखते हैं- ”एक ही एग्जाम सेंटर से 6 छात्र मैक्सिमम मार्क्स के साथ टॉप कर जाते हैं, कितनों को ऐसे मार्क्स मिलते हैं जो टेक्निकली संभव ही नहीं है, लेकिन सरकार लगातार पेपर लीक की संभावना को नकार रही है।”
देश के छात्रों को आश्वासन देते हुए राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट पर लिखा है- ”शिक्षा माफिया और सरकारी तंत्र की मिलीभगत से चल रहे इस ‘पेपर लीक उद्योग’ से निपटने के लिए ही कांग्रेस ने एक रोबस्ट प्लान बनाया था। हमने अपने मैनिफेस्टो में कानून बना कर छात्रों को ‘पेपर लीक से मुक्ति’ दिलाने का संकल्प लिया था।”
गौरतलब है कि ‘प्रश्न पत्र लीक से मुक्ति’ मुद्दे को कांग्रेस से अपने मेनिफेस्टो में जगह दी थी और कहा था कि इसे कानून बनाकर छात्रों को न्याय दिलाने का संकल्प लिया गया था।
अपनी पोस्ट के माध्यम से राहुल गांधी ने छात्रों को विश्वास दिलाते हुए उन्हें आश्वासन दिया है- ‘‘आज मैं देश के सभी छात्रों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं संसद में आपकी आवाज बन कर आपके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाऊंगा।’’
दूसरी तरफ एनटीए इस अनियमितता को नकार रही है। सफाई देते हुए उनका कहना है कि एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तकों में बदलाव तथा परीक्षा केंद्र में समय बर्बाद होने के कारण दिए गए कृपांक विद्यार्थियों के अधिक अंक आने की वजह हैं।
इस बीच शनिवार को नीट-यूजी में अंक बढ़ाए जाने के आरोपों पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने कृपांक पाने वाले 1,500 से अधिक अभ्यर्थियों के परिणामों की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है।