राफेल डील पर विपक्ष की तरफ से लगातार उठाई जा रही ऊंगलियों के बीच हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिलेट (एचएएल) ने यह साफ कर दिया है कि उन्होंने इसमें दिलचस्पी क्यों नहीं ली।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एचएएल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर आर. माधवन ने कहा- “अब तक 36 लड़ाकू विमानों की खरीद हुई है इसमें उत्पादन जैसा कुछ भी नहीं है। यह वजह है कि हमने इसमें खास दिलचस्पी नहीं ली। अगर इसका उत्पादन होता तो उसमें रूचि ले सकते थे। हम ऑफसेट या सीधी खरीद में दिलचस्पी नहीं रखते हैं।
”आर. माधवन ने कहा कि हमने एक प्रस्ताव दिया है और यह उम्मीद करत हैं कि भविष्य में सुखोई का एक नया स्क्वाड्रोन पाएंगे।उधर, एचएएल के डायरेक्टर (फाइनेंस) सीबी अनंतकृष्ण ने कहा कि कंपनी की वित्तीय स्थिति काफी मजबूत है और वित्त के लिहाज से चिंता की कोई बात नहीं है। हमारे रिजर्व और सरप्लस 12 हजार करोड़ का है और हमारा लाभ बढ़ रहा है।