भारतीय ग्रैंड मास्टर रमेशबाबू प्रगनानंद भारतीय प्लेयर्स की लिस्ट में टॉप पर पहुंच गए हैं। उन्होंने वर्ल्ड चैंपियन डिंग लिरेन को हरने के साथ विश्वनाथन आनंद को भी लाइव रेटिंग में पछाड़ दिया है।
र प्रगनानंद ने 2748.3 अंकों के साथ दो स्थान की छलांग लगते हुए 11वें स्थान पर अपनी जगह बना ली है। ये पोज़िशन आनंद से 0.3 अंक ऊपर है। प्रगनानंद ने इसी टूर्नामेंट के 2023 खेलों में भी डिंग लिरेन को हराया था।
18 वर्षीय आर प्रगनानंद ने नीदरलैंड के विज्क आन ज़ी में टाटा स्टील मास्टर्स में मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन को हराते हुए लाइव क्लासिकल शतरंज रैंकिंग में विश्वनाथन आनंद को पछाड़ दिया है। आर प्रगनानंद के मास्टर्स ग्रुप में अब 2.5 अंक हो गए हैं और वह तालिका में तीसरे स्थान पर हैं।
आर प्रगनानंद ने वर्ल्ड चैंपियन डिंग लिरेन को हराकर रचा इतिहास, विश्वनाथन आनंद को भी छोड़ा पीछे#RPraggnanandhaa https://t.co/D0p2oGmMSw
— Navjivan (@navjivanindia) January 17, 2024
विश्व शतरंज संस्था हर महीने की शुरुआत में खिलाड़ियों की रेटिंग जारी करती है। विश्वनाथन आनंद के बाद प्रगनानंद क्लासिकल शतरंज में मौजूदा विश्व चैंपियन को हराने वाले केवल दूसरे भारतीय हैं। इस जीत के साथ ही प्रगनानंद प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के चौथे दौर में प्रवेश कर चुके हैं। दूसरी ओर पांच बार विश्व चैंपियन रहे विश्वनाथन आनंद के 2748 अंक हैं।
काले मोहरों के साथ खेलने वाले आर प्रगनानंद ने 62 चालों में बाजी जीत ली। इसके साथ ही प्रगनानंद क्लासिकल शतरंज में मौजूदा विश्व चैंपियन को हराने वाले दूसरे भारतीय बन गए। प्रगनानंद ने इसी टूर्नामेंट के 2023 संस्करण में भी डिंग लिरेन को हराया था।
बताते चलें कि प्रगनानंद 2016 में सबसे युवा इंटरनेशनल मास्टर बने, उन्होंने महज़ 10 साल और 10 महीने की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
प्रगनानंद पहली बार 2017 में ग्रैंड मास्टर बने थे। साल 2018 में भी उपलब्धि हासिल की। प्रगनानंद तमिलनाडु के चेन्नई से हैं। उनका जन्म 2005 में हुआ था। उनके पिता रमेशबाबू एक बैंक में ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।
इससे पहले प्रगनानंद अमरीकी ग्रैंडमास्टर फैबियानो कारूआना को भी शिकस्त दे चुके हैं। अगस्त 2023 में उन्होंने चेस वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जीत दर्ज करके फाइनल में जगह बनाई थी। प्रगनानंद ने सेमीफाइनल के टाईब्रेक में कारूआना को हराया था।
प्रगनानंद चेस वर्ल्ड कप के इतिहास में फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय बने थे। इससे पहले विश्वनाथन आनंद यह कमाल कर चुके हैं। प्रगनानंद को फाइनल मैच में मैग्नस कार्लसन ने हरा दिया था।