कैथोलिक ईसाइयों के धार्मिक नेता पोप फ्रांसिस की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है, जिसके बाद उन्हें फिर से वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया है। यह तीसरी बार है जब पोप फ्रांसिस की हालत काफी बिगड़ गई है।
वेटिकन के अनुसार, पोप फ्रांसिस को कल दो बार सांस लेने में गंभीर कठिनाई हुई, जिसके बाद डॉक्टरों को उन्हें राहत देने के लिए फेफड़ों से कफ साफ करने की प्रक्रिया करनी पड़ी। उन्हें फिर से नॉन-इनवेसिव मैकेनिकल वेंटिलेशन पर रखा गया है।
वेटिकन ने आगे कहा कि चिकित्सा उपचार के दौरान पोप फ्रांसिस पूरी तरह से होश में थे और 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस को सांस लेने में मदद के लिए ऑक्सीजन मास्क और वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ी। पोप लंबे समय से फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित हैं। संक्रमण की वजह से उनके फेफड़े का एक हिस्सा भी निकाल दिया गया है।
यह तीसरी बार है जब पोप फ्रांसिस की हालत इतनी बिगड़ गई है, इससे पूर्व 18 दिन पहले उन्हें निमोनिया के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वेटिकन ने कहा कि ऑक्सीजन थेरेपी के बाद पोप फ्रांसिस की हालत में सुधार हुआ और रविवार को उन्होंने कहा कि उन्हें अब वेंटिलेटर की जरूरत नहीं है, उन्हें केवल हाई-फ्लो ऑक्सीजन थेरेपी की जरूरत है। हालांकि, पोप फ्रांसिस को कल हुई परेशानियों के बाद वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया।
पोप फ्रांसिस बीमारी के कारण तीन सप्ताह से अपनी पारंपरिक प्रार्थना का सीधा प्रसारण नहीं कर पाए हैं, तथा वेटिकन ने उनके अस्पताल कक्ष से भेजे गए लिखित संदेशों को प्रकाशित किया है। इस संदेश में पोप फ्रांसिस ने लोगों को उनकी प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद दिया और अपने मेडिकल स्टाफ को भी धन्यवाद दिया।
गंभीर सेहत के चलते पोप किसी भी सभा में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। पॉप फ्रांसिस फेफड़ों के संक्रमण की वजह से 14 फरवरी को अस्पताल में भर्ती हुए थे। बीते 12 सालों से वह पोप के पद पर हैं और इतने लंबे समय तक पद से कभी अनुपस्थि नहीं रहे हैं।