कर्नाटक सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाली छात्राओं को हिजाब पहनने की इजाज़त दे दी है। ऐसे में ये मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में आ सकता है।
यह निर्णय कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और राज्य के शिक्षा मंत्री एमसी सुधाकर के नेतृत्व में आयोजित प्रगति समीक्षा बैठक में लिया गया है। निर्णय के मुताबिक़ छात्रा को परीक्षा के समय हिजाब पहनने की अनुमति दी जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ राज्य के शिक्षा मंत्री एमसी सुधाकर ने छात्रों को हिजाब पहनने की अनुमति देने के फैसले का समर्थन किया और कहा कि लोग अपनी इच्छानुसार कपड़े पहनने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा- “यह एक धर्मनिरपेक्ष देश है। लोग अपनी इच्छानुसार कपड़े पहनने के लिए स्वतंत्र हैं।”
Hijab Row: कर्नाटक में परीक्षा केंद्रों पर छात्राओं को हिजाब पहनने की मिली परमिशन, विवाद शुरूhttps://t.co/xxZdAoVnDf
— Jansatta (@Jansatta) October 23, 2023
परीक्षा देते समय हिजाब पहनने के मामले में स्पष्टीकरण देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि लोग हिजाब पहनकर परीक्षा देने के मामले में विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसे उन्होंने भ्रम पैदा करने की कोशिश बताया। आगे उन्होंने कहा- ”मैंने सभी की स्वतंत्रता को ध्यान में रखते हुए कदम उठाया है।”
हिजाब विवाद उस समय चर्चा में आ गया था जब जनवरी 2022 में उडुपी के सरकारी पीयू कॉलेज ने कथित तौर पर हिजाब पहनने वाली छह लड़कियों को प्रवेश से रोक दिया गया था। इसके बाद लड़कियों ने कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। जल्दी ही यह विरोध राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल गया और नतीजे में कर्नाटक में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन और आंदोलन हुए। साथ ही दुनिया भर से इस सम्बन्ध में प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं।