मॉब लिंचिंग में पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में सभी आरोपियों के बरी होने पर हुई किरकिरी के बाद राजस्थान सरकार ने एक बार फिर इसकी जांच कराने की घोषणा कर दी है।
राजस्थान सरकार ने इस बार जांच के लिए एसआईटी गठित करने की बात कही है। मृतक पहलू खान को इन्साफ मिला हो या न मिला हो, किन्तु राजस्थान सरकार ने इस मामले में जांच का नया रिकॉर्ड अवश्य बना दिया है।
हालांकि पहलू खान के बेटे ने एसआईटी के गठन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इससे इंसाफ की उम्मीद बंधी है। इस मामले की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी अपनी जांच रिपोर्ट 15 दिन में प्रदेश सरकार को सौंप देगी।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, नितिन देव को एसआईटी का प्रमुख स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का डीआईजी नियुक्त किया गया है, जबकि राज्य के एडीजी क्राइम बीएल सोनी जांच पर नजर रखेंगे। एसआईटी टीम में सीबीसीआईडी के एसपी समीर कुमार सिंह भी शामिल हैं।
Sorry #PahluKhan, this is what freedom independence, aazadi mean in #NewIndia. pic.twitter.com/0eMvpVt5Rh
— Syed Hassan Kazim سید حسن کاظم (@iamshk92110) August 15, 2019
एसआईटी मुख्य रूप से पहलू खान हत्या मामले की जांच में खामियों और मिलीभगत कर आरोपियों के बचाने वाले अधिकारियों की पहचान करेगी।
एसआईटी मामले की पड़ताल में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की पहचान करने के साथ ही मौखिक और कागजी सबूत भी एकत्रित करेगी। सीएम अशोक गहलोत इस मामले को लेकर देर रात तक मुख्यमंत्री सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक करते रहे।