नई दिल्ली। ओपेक देशों द्वारा क्रूड प्रोडक्शन घटाने पर सहमति के बाद से क्रूड की कीमतें ग्लोबल मार्केट में 15 फीसदी बढ़ी हैं। इससे इंडियन बॉस्केट में भी क्रूड की कीमतें बढ़कर 54.42 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है। ऐसे में सरकारी ऑयल कंपनियां आज कीमतों की समीक्षा के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा सकती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्रूड की कीमतें लगातार बढ़ने से ऑयल कंपनियों पर कीमतें बढ़ाने का दबाव है। इंटरनेशनल फैक्टर भी कीमतें बढ़ाने के पक्ष में काम कर रहे हैं। कीमतों में 1.25 से 3 रुपए तक बढ़ोतरी हो सकती है। oil companies
एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने बताया कि क्रूड को लेकर ग्लोबल मार्केट में जिस तरह के हालात बने हैं, उससे पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने तय हैं। उन्होंने बताया कि ग्लोबल मार्केट में पिछले 15 दिनों में क्रूड 15 फीसदी तक महंगा हो चुका है। ऐसा ओपेक कंट्रीज द्वारा क्रूड प्रोडक्शन कम करने पर बनी सहमति के बाद हुआ है। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपया भी पहले से कमजोर हुआ है।
भारत में पेट्रोलियम प्रॉडक्ट की कीमतें ग्लोबल मार्केट में क्रूड की कीमतों के हिसाब से तय होती है। ऐसे में ग्लोबल मार्केट के ट्रेंड को देखते हुए लग रहा है कि पेट्रोल और डीजल दोनों के रेट में कम से कम 3 रुपए तक की बढ़ोतरी की जा सकती है।
केडिया कमोडिटीज के अजय केडिया ने बताया ग्लोबल ट्रेंड के मुताबिक पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने लगभग तय हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है कि एक बार में कितनी कीमतें बढ़ाई जाएंगी। इस महीने 2 बार भी कीमतें बढ़ सकती हैं। हालांकि 15 दिसंबर को समीक्षा के बाद पेट्रोल में 1.25 रुपए की बढ़ोतरी हो सकती है। डीजल की कीमतें भी इसी अनुपात में बढ़ सकती हैं।
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