रामपुर : उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने बसपा मुखिया मायावती पर भाजपा से साठगांठ करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार (9 फरवरी) को कहा कि विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटों का बंटवारा कराकर भगवा दल को फायदा पहुंचाने के लिये ही मायावती मुसलमानों को बरगला रही हैं। Mayawati
सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बातचीत में कहा कि उनके पास पक्की जानकारी है कि मायावती ने भाजपा के साथ मिलकर बनायी रणनीति के तहत ही करीब 99 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं, ताकि मुसलमानों का वोट सपा और बसपा में बंट जाए और ध्रुवीकरण की जुगत में लगी भाजपा इसका फायदा उठा ले।
उन्होंने कहा कि सपा साम्प्रदायिक राजनीति नहीं कर रही है, जबकि बसपा भाजपा की मदद करना चाहती है। मायावती भाजपा से अंदरखाने मिली हुई हैं। वह मुसलमानों को बरगलाने और भ्रमित करने के लिये उनसे कह रही हैं कि वे सपा-कांग्रेस गठबंधन को वोट देकर उसे बरबाद ना करें।
हालांकि मुसलमानों समेत पूरे प्रदेश की जनता शांतिप्रिय है और साम्प्रदायिकता के खिलाफ है, लिहाजा वह किसी भी तरह के बहकावे में नहीं आयेगी।
चौधरी ने कहा कि विरोधी लोग सपा सरकार पर मुसलमानों के लिये कुछ ना करने का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन इसमें कोई सचाई नहीं है।
सरकार ने अपनी तमाम योजनाओं में अल्पसंख्यकों को 20 प्रतिशत हिस्सेदारी दी है। जहां तक 18 प्रतिशत आरक्षण दिलाने की बात है, तो यह केंद्र सरकार के हाथ में है, जिसके लिये सपा उस पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश कर रही है।
चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय उलमा काउंसिल और हिन्दू महासभा के बसपा को समर्थन देने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि सपा सरकार ने प्रदेश की जनता के भले के लिये इतना काम किया है कि चुनाव में कोई उसका मुकाबला नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि भाजपा और बसपा का चुनाव प्रचार विकास के मुद्दे से हटकर धु्रवीकरण के हथकंडों की तरफ बढ़ चला है।