सोनी टेलीविज़न के लोकप्रिय रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल 15’ के सफर का अंतिम पड़ाव पूरा हुआ और इस साल शो की विजेता बनीं कोलकाता की मानसी घोष।
मानसी की रेशमी आवाज़ दर्शकों के साथ जजों का दिल जीतने में भी कामयाब रही। विनर मानसी ने विजेता ट्रॉफ़ी के साथ 25 लाख रुपये का इनाम और एक कार भी हासिल की। उन्होंने फ़ाइनल में सुभाजीत और स्नेहा शंकर की शिकस्त दी।
हालाँकि विनर ख़िताब मानसी को मिला मगर ग्रैंड फ़िनाले से पहले ही स्नेहा को एक बड़ा ऑफ़र मिल गया। उन्हें टी सीरीज़ के एमडी भूषण कुमार ने उन्हें अपनी कंपनी में गाने का एक कॉन्ट्रैक्ट ऑफ़र किया और इस तरह देखते ही देखते स्नेहा शंकर भी ख़ूब चर्चा में आ गईं।
इंडियन आइडल शो के दौरान मानसी ने बताया कि बचपन में ही उन्हें एहसास हो गया था कि संगीत उनकी रगों में दौड़ता है।
इंडियन आइडल के इस सीज़न में जज की जिम्मेदारी श्रेया घोषाल, विशाल ददलानी और बादशाह ने निभाई। और इस तरह 15 महीने तक चलने वाले इस इंडियन आइडल 15 का सफ़र पूरा हुआ।
मानसी का सुरों का यह सफ़र बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। लेकिन अंत में अपनी दमदार आवाज़ की बदौलत मानसी सुभाजीत चक्रवर्ती और स्नेहा शंकर को मात देकर आगे पहुंचीं। विजेता का एलान होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर फ़ैंस मानसी घोष को लगातार बधाइयाँ दे रहे हैं।
24 वर्षीय मानसी कोलकाता के दमदम इलाक़े की रहने वाली हैं। मानसी ने क्राईस्टचर्च गर्ल्स स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई की है। उसके बाद उन्होंने अंग्रेज़ी में ग्रेजुएशन की शिक्षा ली है।
मानसी जब चार साल की थीं, तब से उन्हें संगीत में लगाव था और उन्होंने इसे अपने साथ जीवन का हिस्सा भी बनाए रखा। इंडियन आइडल शो के दौरान मानसी ने बताया कि पारंपरिक बंगाली परिवार से होने के कारण वह बहुत छोटी उम्र से गाना सीख रही हैं। शो के दौरान मानसी ने बताया कि बचपन में ही उन्हें एहसास हो गया था कि संगीत उनकी रगों में दौड़ता है।
मानसी की माँ को भी गाने का शौक था। वह भी चाहती थीं कि मानसी एक अच्छी सिंगर बने और इस तरह 4 साल की उम्र से मानसी का संगीत रियाज़ शुरू हो गया था।
मानसी सुपर सिंगर नाम के एक अन्य रियलिटी टीवी शो में रनर-अप रह चुकी हैं। यह शो बंगाली में था और इंडियन आइडल उनका पहला नेशनल शो था। इसके अलावा मानसी घोष कई वर्षों से बंगाल में लाइव शोज़ कर रही हैं। उनका ख़ुद का एक म्यूज़िक बैंड भी है, जिसका नाम है मानसी एंड मोनार्क्स।