प्री-मॉनसून सीज़न में आने वाले रेमल चक्रवात ने रविवार रात पश्चिम बंगाल में दस्तक दी। बारिश और तेज़ हवाओं के साथ इस चक्रवात के कारण कोलकाता में जलभराव हो गया। मौसम विभाग का कहना है कि आज दक्षिणी बंगाल के जिलों में तेज़ हवाएं चलने के साथ ज़ोरदार बारिश का अनुमान है।
चक्रवात के कारण फैली अव्यवस्था के नतीजे में कोलकाता हवाई अड्डे से अगले 21 घंटों के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया गया। इस निलंबन से 394 उड़ानें प्रभावित हुईं हैं। परिस्थिति के नियंत्रण में आने तक पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने भी कुछ ट्रेनें रद्द कर दीं है। लोकल ट्रेनों की आवाजाही भी ठप हो गई है।
तूफान और लगातार भारी बारिश के कारण जन-जीवन बेहाल हो गया है। यहाँ सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। महानगर के कई इलाको में पानी भर गया है। कोलकाता के इंटाली इलाके में तूफान के दौरान चारदीवारी ढहने से दब कर एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
मौसम विभक्त के मुताबिक़, चक्रवात रेमल कुछ और समय तक लगभग उत्तर की ओर और उसके बाद उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने के बाद धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा।
हालात को देखते हुए कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार रेमल का सबसे ज्यादा प्रभाव दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरबन और गंगासागर इलाकों में देखा गया है। यहाँ पर आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें अपना काम कर रही हैं।
मौसम विभाग से मिली जानकारी और हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से घर पर रहने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चक्रवात की प्रतिक्रिया और तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।
मेट्रो व्यवस्था, रलवे व्यवस्था और ड्रेनेज आदि पर बुरा असर पड़ा है। इन सभी कामों को तेज़ी के साथ किया जा रहा है जिससे हालात को पटरी पर लाया जा सके।