कोलकाता। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के पांच विकेट की बदौलत भारत ने शनिवार को यहां दूसरे क्रिकेट टेस्ट के बारिश से प्रभावित दूसरे दिन स्टंप तक न्यूजीलैंड के 128 रन पर सात विकेट झटककर अपनी स्थिति मजबूत कर ली। भारतीय टीम ने सात विकेट पर 239 रन से आगे खेलना शुरू किया। उसने सुबह के सत्र में रिद्धिमान साहा (नाबाद 54) के टेस्ट में तीसरे अर्धशतक की मदद से पहली पारी में 316 रन बनाए। पहली पारी के आधार पर न्यूजीलैंड की टीम अब भी 188 रन से पिछड़ रही है और कानपुर में शुरुआती टेस्ट में 197 रन की शिकस्त के बाद उस पर एक और बड़ी हार का खतरा मंडरा रहा है। न्यूजीलैंड ने शनिवार को केवल 34 ओवर ही खेले क्योंकि अंतिम सत्र का ज्यादातर खेल गीले मैदान के कारण रुका रहा और खराब रोशनी के कारण जल्दी स्टंप कर दिया गया। kolkata test
भारत के लिए यह एक तरह से पलटवार ही रहा क्योंकि शुक्रवार को वह ऐसी पिच पर सात विकेट पर 239 रन पर जूझ रहा था जिस पर असमान उछाल मिल रहा था। लेकिन उसके निचले क्रम ने अच्छा प्रदर्शन कर टीम को 300 रन से आगे पहुंचाया जिसमें साहा की 85 गेंद में सात चौके और दो छक्के जड़ित पारी का काफी अहम योगदान रहा। भारतीय तेज गेंदबाजों ने बारिश के कारण जल्दी लिए गए चाय ब्रेक तक न्यूजीलैंड के 85 रन पर चार विकेट हासिल कर लिए थे। 10 मिनट की बारिश के बाद मैदान दो घंटे से ज्यादा समय बाद ही खेलने की स्थिति में पहुंच सका। लेकिन इसके बाद भुवनेश्वर ने अपने स्पैल से कमाल कर दिया। kolkata test
उमेश यादव की जगह शामिल किए गए भुवनेश्वर ने कसी लाइन एवं लेंथ से आक्रामक गेंदबाजी की। ढाई घंटे की देरी के बाद जब खेल शुरू हुआ तो उन्होंने पहले कार्यवाहक कप्तान रास टेलर (36) का विकेट हासिल किया। इसके बाद उन्होंने लगातार दो गेंदों पर मिशेल सैंटनर (11) और मैट हैनरी (00) को पवेलियन भेजा। मोहम्मद शमी (46 रन देकर एक विकेट) ने भी दूसरे छोर से अपनी गेंदबाजी से दबदबा बनाए रखा। लंच के तुरंत बाद न्यूजीलैंड ने 23 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे जिसमें भुवनेश्वर ने हैनरी निकोल्स को बोल्ड किया। टेलर और ल्यूक रोंची (35) ने भागीदारी करने का पूरा प्रयास किया लेकिन यह ज्यादा लंबी नहीं रही और जडेजा ने इसे 62 रन से आगे नहीं बढ़ने दिया।
फॉर्म में चल रहे रोंची बारिश आने से तुरंत पहले 35 रन पर जडेजा की गेंद पर आउट हो गए। हालांकि यह फैसला संदेहास्पद रहा। जडेजा ने अपनी कोण लेती गेंद पर रोंची को पगबाधा आउट किया, हालांकि ऐसा लग रहा था कि गेंद लेग स्टंप की ओर थी लेकिन अंपायर रॉड टकर ने भारत को यह विकेट भेंट स्वरूप दे दिया। रोंची की पारी हालांकि 16 रन पर ही समाप्त हो जाती लेकिन स्थानापन्न खिलाड़ी गौतम गंभीर ने प्वॉइंट पर उनका कैच छोड़ दिया था। तभी काले बादल छा गए और तेज बारिश आने लगी जिससे मैच में समय से पहले चाय ब्रेक लेना पड़ा। इससे पहले केन विलियमसन की जगह टीम में शामिल किए गए निकोल्स ने वाइड गेंद को खेलने का प्रयास किया जो उनके स्टंप पर लगी।
भारत की पहली पारी के जवाब में उतरी मेहमान टीम ने सलामी बल्लेबाजों टाम लाथम (01) और मार्टिन गुप्टिल (13) के विकेट सस्ते में गंवा दिए। शमी और भुवनेश्वर ने लगातार ओवरों में इनके विकेट हासिल किए। शमी ने अपने पहली ही ओवर में लाथम को पगबाधा आउट किया। वहीं गुप्टिल की बल्ले से खराब फॉर्म जारी रही, वह तीसरे ओवर में भुवेश्वनर की गेंद पर बोल्ड हो गए। गेंद इस बल्लेबाज की कोहनी से लगी और स्टंप उखाड़ते हुए चली गई। kolkata test
सुबह के सत्र में भारतीय पारी में साहा शॉर्ट पिच गेंदों के आगे डटकर बल्लेबाजी करते रहे, जिससे उन्होंने बीती रात के नाबाद 14 रन के स्कोर को अर्धशतक में तब्दील किया। उन्होंने अपने कैरियर का तीसरा अर्धशतक जमाया जिससे टीम ने शुक्रवार के 86 ओवर में सात विकेट पर 239 रन के स्कोर में अच्छी प्रगति की। साहा इससे पहले एक शतक और दो अर्धशतक बना चुके थे और भारतीय सरजमीं में उनका यह पहला अर्धशतक टीम के लिए अहम मौके पर आया है जब टीम पर 250 रन के अंदर सिमटने का खतरा मंडरा रहा था।
दो स्थानीय खिलाड़ियों साहा और शमी (14 गेंद में तीन चौके से 14 रन) ने अंतिम विकेट के लिए 35 रन जोड़े जो उन्होंने महज 31 गेंद में बनाए। लेकिन शमी फाइन लेग पर मैट हैनरी को कैच देकर आउट हो गए और टीम 104.5 ओवर में सिमट गयी। साहा ने इससे पहले जडेजा (14) के साथ 41 रन की भागीदारी निभायी जिन्होंने कानपुर टेस्ट में अर्धशतक जमाया था। जडेजा अपनी पारी को बड़ी नहीं कर सके और नील वैगनर ने दिन के 11वें ओवर में उन्हें पवेलियन भेजा। इससे पिछले ओवर में जडेजा ने स्पिनर मिशेल सैंटनर की गेंद पर छक्का जड़ा था लेकिन वैगनर की गेंद को पुल करने के प्रयास में विकेट गंवा बैठे क्योंकि गेंद सीधे फाइन लेग पर खड़े हैनरी के हाथों में समां गई। भारतीय टीम का स्कोर जल्द ही नौ विकेट पर 281 रन हो गया लेकिन साहा और शमी ने सुनिश्चित किया कि टीम 300 रन का आंकड़ा पार कर ले।
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