पहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए इंसाफ की मांग करते हुए कश्मीर के राजनीतिक नेताओं ने सरकार से एक भावुक अपील की है। इन नेताओं ने आग्रह किया है कि इस दौरान निर्दोष कश्मीरियों को दंडित न किया जाए।
कश्मीर घाटी में आतंकवादी संगठनों की तलाश में सुरक्षा बलों की कार्रवाई के दौरान उनके घरों को भी ध्वस्त करने के समाचार आ रहे हैं।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सरकार से आग्रह किया कि वह सुरक्षा बलों और अधिकारियों को लक्षित, साक्ष्य-आधारित अभियान चलाने का निर्देश दे, जिसमें मानवाधिकारों और नागरिकों की गरिमा की रक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक का भी कहना है कि अधिकारी निर्दोष पीड़ितों के लिए न्याय चाहते हैं, लेकिन कश्मीर के ‘निर्दोष परिवारों’ को दंडित नहीं किया जाना चाहिए।
पहलगाम के बैसरन में 22 अप्रैल को होने वाले हमलों के बाद कश्मीर घाटी में अधिकारियों ने कथित आतंकवादियों के मददगारों पर भी बड़ी कार्रवाई शुरू की है। कई जिलों में सक्रिय आतंकवादियों की तलाश में इनके परिवारों के घरों को विस्फोटकों से नष्ट कर दिया गया है।
इन परिस्थितियों में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भारत सरकार से एक भावुक अपील की है। इस अपील में उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई में अत्यंत सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
पीडीपी प्रमुख मुफ्ती ने.सोशल मीडिया एक्स पर अपने बयान में कश्मीर में हजारों लोगों की गिरफ्तारियों और कई घरों को ध्वस्त करने की खबरों पर गहरी चिंता जताई है। पोस्ट में उन्होंने लिखा- “नागरिकों के खिलाफ अंधाधुंध कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई को कमजोर करती है। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि निर्दोष कश्मीरियों को आतंकवाद विरोधी अभियानों का खामियाजा न भुगतना पड़े। अलगाव केवल उन लोगों की मदद करता है जो विभाजन पर पनपते हैं।”
चेतावनी देते हुए उनका कहना है कि अगर ऐसे व्यापक उपायों को सावधानीपूर्वक नहीं अपनाया गया तो इससे निर्दोष कश्मीरियों के अलग-थलग पड़ने और आक्रोश को बढ़ावा मिलने का खतरा है, जो भय और बांटने की कोशिश करने वालों के हाथों में खेल सकता है।
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने एक्स पर लिखा कि कश्मीरी सामूहिक रूप से पहलगाम में हुए जघन्य अपराध की निंदा करते हैं और इसके अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाना जरूरी है।
आगे उनका कहना है कि अंधाधुंध गिरफ्तारियां और घरों और मोहल्लों को ध्वस्त करने के सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो परेशान करने वाले और दुखद हैं।
उमर फारूक ने अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे निर्दोष पीड़ितों को न्याय दिलाते समय निर्दोष कश्मीरी परिवारों को दंडित न करें।
इस कार्रवाई पर श्रीनगर से सत्तारूढ़ पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा रुहुल्लाह मेहदी ने भी एतराज़ जताया है और कहा है कि कश्मीर और कश्मीरियों को सामूहिक सजा दी जा रही है।