एक हज़ार इस्राईली कट्टरपंथियों ने इस्राईल के आर्थिक मामलों के मंत्री एली कोहेन के साथ मिलकर पश्चिमी जार्डन के शहर नाब्लस में हज़रत यूसुफ़ पैग़म्बर के मक़बरे पर हमला कर दिया।पश्चिमी जार्डन में हज़रत यूसुफ़ पैग़म्बर के मक़बरे पर ज़ायोनी कट्टरपंथियों के हमले के बाद फ़िलिस्तीनियों और ज़ायोनी कट्टरपंथियों के बीच झड़पें भी हुईं।
ज़ायोनी शासन के सैनिकों ने कट्टरपंथी इस्राईलियों के समर्थन में फ़िलिस्तीनी युवाओं पर आंसू गैस के गोले दाग़े जिसके परिणाम में अनेक फ़िलिस्तीनी युवा घायल हो गये।
ज़ायोनी शासन के लिए अमरीका के खुले और व्यापक समर्थन विशेषकर ट्रम्प की ओर से सेन्चुरी डील का मामला उठाने के बाद से फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों में मुसलमानों और ईसाइयों के पवित्र स्थलों पर कट्टरपंथी ज़ायोनियों के हमले तेज़ हो गये हैं।
दूसरी ओर एक 21 वर्षीय फ़िलिस्तीनी युवा फ़ादी ओसामा जो कुछ महीने पहले इस्रईली सेना की फ़ायरिंग में घायल हो गया था, जख़्मों की ताब न लाकर शहीद हो गया।