आज पूरी दुनिया अमरीका नवाज़ इस्राएल की नापाक करतूत से वाक़िफ़ है. इस्राएल की मकरूह साज़िश को हिज़्बुल्लाह और ईरान, इराक कामयाब नहीं होने दे रहा है.
आजकल इस्राईल में सबसे गर्म बहस यह है कि लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन की ताक़त लगातार बढ़ रही है और अब इस्राईल के ख़िलाफ़ युद्ध में हिज़्बुल्लाह आंदोलन अकेला नहीं है।
टाइम्ज़ आफ़ इस्राईल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि यदि अब हिज़्बुल्लाह से इस्राईल का कोई युद्ध हुआ तो इस युद्ध में हिज़्बुल्लाह आकेला नहीं रहेगा बल्कि उसके साथ बहुत सारे संगठन इस्राईल पर टूट पड़ेंगे।
इराक़ के अन्नुजबा संगठन के महासचिव शैख़ अकरम अलकअबी ने हाल ही में लेबनान की यात्रा की जहां उन्होंने कहा कि यदि इस्राईल से हिज़्बुल्लाह संगठन का युद्ध होता है कि अन्नुजबा संगठन हिज़्बुल्लाह के साथ खड़ा होगा जो इस्राईल ने गहरी चिंता का विषय है।
इस्राईली अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में आगे लिखा है कि अन्नुजबा संगठन ही नहीं इराक़ के अनेक संगठन एसे हैं जो संकल्प करके बैठे हैं कि यदि इस्राईल से युद्ध हुआ तो वह हिज़्बुल्लाह का भरपूर साथ देंगे। हिज़्बुल्लाह और अन्नुजबा सहित यह सारे संगठन इस्लामी गणतंत्र ईरान के बहुत क़रीब हैं।
अन्नुजबा संगठन ने तो वर्ष 2013 हिज़्बुल्लाह के साथ मिलकर सीरिया में दाइश तथा अन्य संगठनों के ख़िलाफ़ युद्ध किया है पूर्वी सीरिया के अलबू कमाल शहर से दाइश को बाहर निकालने में हिज़्बुल्लाह और अन्नुजबा संगठन के आपसी सहयोग का परिणाम यह देखने में आया कि दाइशी आतंकी इस इलाक़े में बुरी तरह पराजित हुए।
इस समय यह संगठन दिखने में अनेक नज़र आते हैं लेकिन जब भी इस्राईल से युद्ध की बात होगी यह सारे संगठन एक नज़र आएंगे।