इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने 11 फ़रवरी को ईरान की आज़ादी की वर्षगांठ की रैली में ईरानी राष्ट्र की हैरत में डालने वाली मौजूदगी की सराहना की।
वरिष्ठ नेता के कार्यालय से जारी रिपोर्ट के अनुसार, आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने रविवार की रात अपने संदेश में कहा, “ईरानी राष्ट्र की आज की रैली ने कि जिसमें सटीक हिसाब करने वालों के अनुसार, पिछले वर्षों की तुलना में अधिक संख्या में लोगों ने भाग लिया, दुश्मनों व विदेशियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।”
उन्होंने इस बात का उल्लेख करते हुए कि दुश्मन अपने भ्रम में इस साल की आज़ादी की वर्षगांठ की रैली को बेजान बनाने पर लगा हुआ था, कहा कि ईरानी राष्ट्र ने अपने व्यवहार से दुश्मन को समझा दिया इस्लामी क्रान्ति ज़िन्दा व प्रगतिशील है और क्रान्ति के संस्थापक इमाम ख़मैनी रहमतुल्लाह अलैह की आकांक्षाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नारों से दर्शाया।
आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने इस बात पर बल देते हुए कि ईरानी राष्ट्र के संकल्प से हैरत में डालने वाली घटना घटी, कहा कि दुश्मन ईरानी राष्ट्र के रोब से पीछे हटता है और उसके संकल्प ने दुश्मन के समीकरण में उथल पुथल मचा दी है।
उन्होंने देश के अधिकारियों पर बल दिया कि वे आज़ादी की भव्य रैली में जनता की हैरत में डालने वाली भागीदारी की क़द्र करें और पूरी दृढ़ता से क्रान्ति की आकांक्षाओं के प्रति प्रिय ईरानी राष्ट्र की क्रान्तिकारी भावना का समर्थन करें।
ग़ौरतलब है कि 11 फ़रवरी को इस्लामी गणतंत्र ईरान की आज़ादी की 39वीं वर्षगांठ की रैलियों में, राजधानी तेहरान सहित 1000 से ज़्यादा शहरों और 4000 से ज़्यादा गावों में जनता ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
फ़रवरी 1979 को ईरान में इमाम ख़ुमैनी के नेतृत्व में पहलवी शासन के ख़िलाफ़ इस्लामी क्रान्ति सफल हुयी थी।