ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि दुश्मनों के हमलों के मुक़ाबले में तेहरान को अपनी रक्षा के लिए हथियार बनाने और ख़रीदने का पूरा हक़ है।
राष्ट्रपति रूहानी ने बुधवार को कैबिनेट की मीटिंग में कहाः क्षेत्रीय देशों को उन शक्तियों के प्रति सचेत रहना चाहिए, जो क्षेत्र के स्रोतों को लूटना चाहती हैं और बदले में कुछ देशों को हथियार बेच रही हैं, ताकि वह अपने पड़ोसियों पर बमबारी कर सकें।
उन्होंने कहा कि कुवैत पर इराक़ के पूर्व तानाशाह सद्दास की सैन्य चढ़ाई का विरोध करने वाला, ईरान पहला देश था। ईरान ने व्यवहारिक रूप से यह साबित किया है कि वह क्षेत्र में शांति चाहता है। अगर ईरान ने सद्दाम का समर्थन किया होता तो वह उसके बाद सऊदी अरब और क्षेत्र के बाक़ी अरब देशों को भी हड़पने की कोशिश करते।
ईरानी राष्ट्रपति का कहना था कि अगर तेहरान क्षेत्र में शांति की स्थापना के लिए खड़ा नहीं होता, तो आज ईरान के कुछ दक्षिणी पड़ोसियों का वजूद ही नहीं होता। msm