सरकारी बीमा कंपनी ओरिएंटल इंशोरियस कंपनी ने त्रिपुरा में मोब लिंचिंग के शिकार हुए जाहिद को अपराधी करार देते हुए बीमा की रकम देने से इनकार कर दिया।
त्रिपुरा में बच्चा चोरी की अफवाह में भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार दिए गए जाहिद की पत्नी शमा परवीन को मिले कंपनी की और से पत्र में कहा गया कि “मृत’क की ह’त्या पब्लिक द्वारा की गई क्योंकि ह’त्या के समय मृतक अपहरण के प्रयास में अपराध में शामिल था। अतः मुख्यमंत्री किसान सर्वहित बीमा योजना के तहत ह’त्या के समय आपराधिक योजना में लिप्त होने के कारण दावा तय नहीं है। पत्रावली बंद की जाती है।”
बता दें कि जाहिद की पत्नी शमा परवीन और अभी इद्दत में हैं। उन्होने बताया कि जाहिद के पास 2 बीघा जमीन थी। उत्तर प्रदेश सर्वहित किसान बीमा योजना के तहत किसान की दुर्घटनावश मौ’त या ह’त्या होने पर उसके परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा मिलता है। जाहिद के परिवार ने भी इसी योजना के तहत आवेदन किया था, जिसके जवाब में जाहिद को अपराधी बता दिया गया है।
हालांकि इस मामले में पुलिस ने एफआईआर अपनी तरफ से दर्ज की थी, जिसमें जाहिद को अपराधी नहीं लिखा गया है। जाहिद की हत्या की जांच कर रहे त्रिपुरा पुलिस के अधिकारी जुगल किशोर का कहना है, “यह एक एकदम गलत बात है। हमने जांच की है और 2 लोग गिरफ्तार हुए हैं। जाहिद यहां फेरी लगाने का काम करता था। उसके किसी अपराध में शामिल होने का कोई सबूत नहीं मिला है। बीमा कंपनी ने हमसे जानकारी मांगी थी और हमने उन्हें लिखकर भेजा था कि जाहिद अपराधी नही था।”
जाहिद की 68 साल की मां शमसीदा बानो कहती हैं, “मेरे बेटे के खिलाफ पूरे हिंदुस्तान के किसी भी थाने में कोई रिपोर्ट हो तो मुझे फांसी पर चढ़ा दो। मदद नही करनी थी तो बता देते, कलंक लगाने की क्या जरुरत थी।” वहीं उसके भाई जावेद का कहना है, “सरकार को हमारी मदद नहीं करनी है, ये बात समझ में आती है, लेकिन ये हमारे जख्मों पर नमक क्यों छिड़क रहे हैं। एक मर चुके आदमी पर लांछन क्यों लगा रहे हैं।”