फिक्की-ईवाई की नई रिपोर्ट, साल 2024 में भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में एक नई इबारत लिखती नज़र आई है। इसमें पिछले वर्ष की तुलना में INR81 बिलियन की वृद्धि से 3.3% की बढ़त दिखाई है जो INR2.5 ट्रिलियन (US$29.4 बिलियन) के कुल मूल्य तक पहुँच गया है।
फिक्की द्वारा जारी इस रिपोर्ट का शीर्षक है-“भविष्य को आकार दें: भारतीय मीडिया और मनोरंजन एक नई कहानी लिख रहा है” (Shape the future: Indian media and entertainment is scripting a new story)।
रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि डिजिटल मीडिया ने पहली बार टीवी को शिकस्त दे दी है। भारत का मीडिया और एंटरटेनमेंट (M&E) सेक्टर 2024 में 2.5 लाख करोड़ रुपये यानी 2.5 ट्रिलियन रुपये के रेवेन्यू तक पहुंच गया है। इसमें पिछले साल की तुलना में 3.3% की बढ़त देखी गई है।
फिक्की द्वारा जारी रिपोर्ट कहती है कि 2024 में भारत के मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर में डिजिटल मीडिया की कुल कमाई 80,000 करोड़ रुपए से अधिक हो गई है, जो टीवी मीडिया से 12,000 करोड़ रुपए ज्यादा है। साल 2024 में टीवी की कमाई 68,000 करोड़ रुपए रह गई है जो 2023 में 71,000 करोड़ थी।
रेडियो इंडस्ट्री भी 9% की ग्रोथ के साथ 25 अरब रुपये तक पहुंच गई। इस बढ़ोत्तरी में 20% रेवेन्यू इवेंट्स और कंटेंट प्रोडक्शन का हिस्सा रहा।
वहीँ FICCI-EY की रिपोर्ट की मानें तो, भारतीय मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर 2025 में 7.2% की ग्रोथ के साथ 2.7 ट्रिलियन रुपये (31.6 अरब डॉलर) तक पहुंच सकता है। साल 2027 तक इसके 3.1 ट्रिलियन रुपये (36.1 अरब डॉलर) तक पहुँचने का अनुमान है। वहीं, डिजिटल एडवरटाइजिंग भी साल 2026 तक एक ट्रिलियन रुपये के पार पहुंचने वाला पहला मीडिया और एंटरटेनमेंट सेगमेंट होगा।
हालांकि, इस दौरान सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू में गिरावट और एनीमेशन और VFX आउटसोर्सिंग में आई सुस्ती जैसी चुनौतियां बनी रहीं। FICCI-EY रिपोर्ट के अनुसार, इस सेक्टर का भारत की जीडीपी में योगदान 0.73% रहा।
रिपोर्ट के अनुसार, पहली बार डिजिटल मीडिया ने टीवी से आगे निकलते हुए भारत के मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर बड़ी भागीदारी दिखाई है। डिजिटल मीडिया का कुल रेवेन्यू में 32% का योगदान रहा और इसने 17% की ग्रोथ के साथ 802 अरब रुपये का आंकड़ा छू लिया। इससे पता चलता है कि भारतीय दर्शक तेजी से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर शिफ्ट हो रहे हैं और उनकी पसंद बदल रही है।
वहीँ टेलीविजन सेक्टर की स्थिति कमजोर नज़र आई है। जिसमें एडवरटाइजिंग रेवेन्यू 6% और सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू 3% घटा है।एनीमेशन और VFX इंडस्ट्री में 9% की गिरावट देखी गई है और इसकी वजह ग्लोबल प्रोडक्शन में कमी और ब्रॉडकास्ट एडवरटाइजिंग रेवेन्यू में गिरावट को माना जा रहा है।
लाइव इवेंट्स तो यहाँ भी 15% की ग्रोथ दर्ज की गई और पहली बार इसका रेवेन्यू 100 अरब रुपये के पार हो गया। सरकार और बड़े चुनावी इवेंट्स और इंटरनेशनल कंसर्ट्स के कारण के कारण इस सेगमेंट में रिकॉर्ड बढ़त हुई। OOH (Out-of-Home) मीडिया ने भी 10% की ग्रोथ दर्ज की, जिसमें डिजिटल OOH मीडिया ने 78% की बढ़त हासिल की और इस पूरे सेगमेंट का 12% योगदान दिया।