चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत का सिलसिला जारी है। भारतीय टीम ग्रुप स्टेज के अपने तीसरे मुकाबले को जीतकर टॉप पर रही। प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब विराट कोहली को दिया गया।
कल दुबई में खेले गए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से मात देकर फाइनल में जगह बना ली है। विराट कोहली टीम इंडिया की जीत के हीरो रहे। उन्होंने 84 रन की पारी खेली।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत के सामने जीत के लिए 265 रन का लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य को टीम इंडिया ने 48.1 ओवर में छह विकेट खोकर हासिल कर लिया।
चैंपियंस ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलते हुए विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और ना सिर्फ जीत में अहम भूमिका निभाई बल्कि कुछ रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। शमी भारत की ओर से सबसे कामयाब गेंदबाज साबित हुए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया की शुरुआत ज्यादा अच्छी नहीं रही। भारतीय टीम ने 43 रन के स्कोर पर दो विकेट गंवा दिए थे। कप्तान रोहित शर्मा 29 गेंद में 28 रन बनाकर कॉनली की गेंद पर आउट हुए। शुभमन गिल को ड्वारश्विस ने 8 रन के स्कोर पर बोल्ड किया।
ऐसे में विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और ना सिर्फ जीत में अहम भूमिका निभाई बल्कि कुछ रिकॉर्ड भी अपने नाम किए।
कप्तान रोहित शर्मा ने जीत का श्रेय सभी खिलाड़ियों को देते हुए कहा कि पिच पर ज्यादा शॉट खेलने का मौका नहीं मिल रहा था फिर भी टीम ने अच्छी बल्लेबाजी की।
सभी खिलाड़ियों को श्रेय देते हुए रोहित शर्मा ने विराट कोहली के खेल पर कमेंट किया कि वह ऐसा सालों से करते आए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे पास अनुभवी खिलाड़ी हैं। गेंदबाजी के 6 विकल्प और बल्लेबाजी में गहराई है, यही मुझे चाहिए।
रोहित शर्मा ने कहा कि अभी फाइनल के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा। उन्होंने फाइनल से पहले कुछ वक्त मिलने को अच्छा बताया।
विराट कोहली के कल के रिकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ तीसरे विकेट के लिए 91 रन की पार्टनरशिप की और टीम को मुश्किल से उबारा।
इसी दौरान कोहली ने 74वां अर्धशतक भी बनाया। इसके अलावा विराट कोहली वनडे में लक्ष्य का पीछा करते हुए 8 हज़ार से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी भी बने।
सचिन तेंदुलकर विराट कोहली से पहले एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने वनडे क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए 8 हज़ार से ज्यादा रन बनाए थे।
ऑस्ट्रेलिया के पास सात गेंदबाज थे मगर जाम्पा के अलावा कोई और गेंदबाज काम नहीं आया। वहीँ भारतीय स्पिनर्स ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकने में पूरी चौकसी बरती।
भारत की ओर से शमी सबसे कामयाब गेंदबाज साबित हुए। उन्होंने 10 ओवर में 48 रन खर्च कर तीन विकेट लिये। जडेजा और वरुण चक्रवर्ती को दो-दो विकेट मिले। वहीं हार्दिक पांड्या और अक्षर पटेल को एक-एक विकेट हासिल हुआ।