इंडियानापोलिस। भारत में जन्मा एक अमेरिकी मुस्लिम पुलिस अधिकारी इंडियानापोलिस शहर के सबसे बड़े हिंदू मंदिर का सुरक्षा प्रभारी है। इसे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले देश में धार्मिक अहिष्णुता के बढ़ते खतरे के बीच विभिन्न धर्मों में सहयोग और सामाजिक सद्भाव का उदाहरण माना जा रहा है।
स्थानीय पुलिस विभाग के लेफ्टिनेंट जावेद खान ताइक्वांडो में ब्लैक ब्लेट और किक बॉक्सिंग में चैंपियन हैं। वह मंदिर के सुरक्षा निदेशक हैं। मुंबई में जन्मे और पुणे के लोनावला में पले-बढ़े खान को मंदिर में आने वाले लोग मंदिर का अभिन्न अंग मानते हैं। खान ने कहा, हम सब एक हैं, यही मेरा संदेश है। हम सब ईश्वर की संतान हैं। एक ही ईश्वर है, जिसकी हम अलग अलग नाम और रूपों में पूजा करते हैं।
खान 2001 में इंडियानापोलिस में आ बसे थे। वह इससे एक साल पहले ही भारत से अमेरिका आए थे। हालांकि विभिन्न मार्शल आर्ट प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए वह 1986 से कई बार अमेरिका आ चुके थे। उन्होंने कहा, कुछ साल पहले मेरी बेटी ने इस हिंदू मंदिर में एक तेलुगू लड़के से शादी की, जिसके बाद मैं मंदिर के लोगों को जानने लगा।
खान ने कहा, जल्द ही मुझे लगा कि वहां सुरक्षा की जरूरत है। फिर मैंने अपनी सेवाएं देने की पेशकश की। मैं अब मंदिर का सुरक्षा निदेशक हूं। जब भी मैं मंदिर जाता हूं, मुझे नहीं लगता कि मैं अमेरिका में हूं। मुझे लगता है कि मैं भारत में हूं। मंदिर के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले डॉक्टर मोहन राजदान ने कहा, मंदिर आने वाला हर व्यक्ति खान को जानता है और उनका सम्मान करता है। आज के समय में किसी मुस्लिम को मंदिर की रक्षा करने का उदाहरण नहीं दिखता। इससे बड़ा संदेश मिलता है।