बैडमिंटन खिलाड़ी मालविका बंसोड़ साइना नेहवाल का खेल देखकर बड़ी हुई हैं आदर्श मानती हैं। मालविका ने इंडिया ओपन में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता के खिलाफ अपनी जीत को अपने करियर की सबसे बड़ी जीत बताया।
यह पहला अवसर था जबकि किसी बड़े टूर्नामेंट में साइना और मालविका आमने सामने थी। हाल में चोटों से परेशान रही साइना को मालविका ने दूसरे दौर में 21-17, 21-10 से हराया।
मैच के बाद मालविका ने कहा, ”मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है। यह शानदार अहसास है और मैं जीत के बाद वास्तव में उत्साहित हूं।” उन्होंने कहा, ”वह मेरी आदर्श रही हैं क्योंकि वह एक दशक से अधिक समय से भारत में महिला बैडमिंटन की ध्वजवाहक रही है। मैंने उन्हें खेलते हुए देखकर शुरुआत की और मेरे खेल पर उनका काफी प्रभाव है।”
मालविका ने कहा, ”वह हमेशा मेरी आदर्श रही हैं। इसलिए उनके खिलाफ खेलना सपना सच होने जैसा था और वह भी इंडियन ओपन जैसे बड़े मंच पर। यह जीत एक सुपर 500 टूर्नामेंट में मिली। यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह मेरे करियर की अब तक सबसे बड़ी जीत में से एक है।” इस बीच साइना ने कहा कि उन्हें खुशी है कि वह दो मैच खेलने में सफल रही जबकि अभी वह पूरी तरह से फिट नहीं हैं।
साइना ने कहा, ”आज मैं कोर्ट पर ‘मूव’ कर रही थी लेकिन मेरी फिटनेस वैसी नहीं है जैसी होनी चाहिए थी। मैं यहां अपनी स्थिति का आकलन करने के लिये आयी थी। मेरा शरीर अच्छा है लेकिन फिटनेस स्तर पर सुधार की जरूरत है।”