संयुक्त राज्य अमरीका के खिलाफ जाते हुए फ्रांस ने इजरायली प्रधान मंत्री नेतन्याहू की संभावित गिरफ्तारी वारंट पर अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय का समर्थन किया है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार संस्था के मुताबिक, फ्रांस के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उनका देश अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) के फैसलों, उसकी स्वतंत्रता और सभी परिस्थितियों में विशेष छूट के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करता है।
फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि जहां तक इज़राइल का सवाल है, अभियोजक द्वारा प्रस्तुत सबूतों की जांच के बाद नेतन्याहू के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी करना अदालत के प्री-ट्रायल चैंबर पर निर्भर है।
इजराइल से बेहद करीबी रिश्ता रखने वाले फ्रांस ने वारंट पर आईसीसी का समर्थन हुए कहा कि आईसीसी कई महीनों से अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून उल्लंघन की चेतावनी दे रहा था। बयान में आगे यह भी कहा गया कि फ्रांस कोर्ट को समर्थन करता है और मानवीय संकट पैदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में आईसीसी के साथ है।
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइली नेताओं के गिरफ्तारी वारंट के लिए आईसीसी के आवेदन को ‘अपमानजनक’ बताया है जबकि संयुक्त राज्य अमरीका के खिलाफ जाते हुए कई देशों ने गिरफ्तारी वारंट पर अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय का समर्थन किया है।
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गिरफ्तारी वारंट पर बेल्जियम की विदेश मंत्री हादजा लाहबीब ने सोशल मीडिया साईट एक्स पर कहा- “गाजा में किए गए अपराधों पर उच्चतम स्तर पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए, चाहे अपराधी कोई भी हो।”
स्लोवेनिया के विदेश मंत्रालय ने भी अपने बयान में कहा कि इजराइली और फिलिस्तीनी क्षेत्र पर किए गए युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों पर अपराधियों की परवाह किए बिना स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से मुकदमा चलाया जाना चाहिए। बयान में मंत्रालय ने ये भी लिखा कि अत्याचारों को रोकने और शांति की गारंटी के लिए जवाबदेही जरूरी है।
गौरतलब है कि इसके उलट अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की निंदा की और इजरायली प्रधानमंत्री के गिरफ्तारी वारंट को उकसावे वाला कदम बताया।
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइली नेताओं के गिरफ्तारी वारंट के लिए आईसीसी के आवेदन को ‘अपमानजनक’ बताया है। गौरतलब है कि अमरीका और इजराइल आईसीसी के मेंबर नहीं हैं लेकिन वारंट जारी किए जाने पर वे आईसीसी की जांच के घेरे में आ जाएंगे।
बताते चलें कि बीते दिन अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) अभियोजक करीम खान ने इजरायली प्रधान मंत्री नेतन्याहू, रक्षा मंत्री यवेस गैलेंट और हमास नेता याह्या सिनवार, मोहम्मद डेफ और इस्माइल हानियेह की गिरफ्तारी वारंट का अनुरोध किया था।