पूर्व सांसद राहुल गांधी इस समय अमेरिका दौरे पर हैं। लोकसभा सदस्यता समाप्त किये जाने के बाद राहुल गांधी ने पहली बार विदेश में बयान दिया। उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं पहला व्यक्ति बनूंगा जिसे मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा मिलेगी और लोकसभा की सदस्यता गंवानी पड़ेगी।
सदस्य्ता जाने के बाद इस बार राहुल गाँधी ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम अपनी बात कहते हुए माना कि राजनीतिक तौर पर उन्हें ज्यादा बड़ा मौका मिला है। भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत में समूचा विपक्ष संघर्ष कर रहा है। भारत में संस्थाओं पर कब्ज़ा होने की बात के साथ उन्होंने लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ने के संघर्ष की जानकारी दी और बताया कि भारत जोड़ो यात्रा इसी की एक कड़ी थी।
संसद सदस्यता जाने पर US में राहुल गांधी ने कहा- 'मैं पहला ऐसा व्यक्ति, जिसे मानहानि मामले में इतनी बड़ी सजा मिली' https://t.co/E6D0mkDSki
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अमेरिकी दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी का यहाँ के तीन शहरों में कार्यक्रम है। इसी कार्यक्रम सूची के तहत राहुल बुधवार यानी 31 मई को कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में थे। यहाँ उन्होंने भारतीय समुदाय के छात्रों से बात की और उनके सवालों के जवाब भी दिए।
कार्यक्रम में राहुल गांधी ने संसद सदस्यता जाने का जिक्र किया। उन्होंने कहा साल 2000 में जब उन्होंने राजनीति ज्वाइन की थी, तो नहीं सोचा था कि इस स्थिति से गुजरेंगे। राहुल बताते हैं कि जो राजनीति में आने के समय सोचा था और आज जो चल रहा है, वह एक दूसरे से बिल्कुल अलग है। इसे उन्होंने अकल्पनीय बताया। इन परिस्थितयों को राहुल एक बड़ा अवसर मानते हैं।
मार्च में इसी वर्ष सूरत कोर्ट से आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिया गया था। राहुल गांधी ने सजा को सत्र न्यायालय में चुनौती दी है।
कार्यक्रम में राहुल गांधी आगे कहते हैं- ‘मैंने कभी किसी से कोई सपोर्ट नहीं मांगा। मैं एकदम स्पष्ट हूं। यह हमारी लड़ाई है। यहां के भारतीय छात्रों से रिश्ता रखना चाहता हूं। हां, प्रधानमंत्री क्यों ऐसी जगहों पर आकर के लोगों के सवालों का जवाब नहीं देते?’