नई दिल्ली: मौसम विभाग ने उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले तीन दिन तक दक्षिण पश्चिम मानसून की सक्रियता को देखते हुए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है.
मौसम विभाग के वैज्ञानिक चरण सिंह ने सोमवार को बताया कि मैदानी इलाकों में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण दक्षिण पश्चिम मानसून अपने अंतिम चरण के दौर में इन इलाकों में सक्रिय रहेगा. इसकी वजह से उत्तराखंड और पश्चिमी एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में अगले 72 घंटे तक भारी बारिश की आशंका है.
इसके अलावा मध्य प्रदेश के पश्चिमी इलाकों और पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर अगले दो दिन तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है. उन्होंने बताया कि इन इलाकों में सोमवार को भी भारी बारिश का दौर जारी है. यह स्थिति अगले दो से तीन दिन तक बरकरार रहेगी. सिंह ने बताया कि इस बाबत चेतावनी वाले तीनों राज्यों को शासन और प्रशासन के स्तर पर मौसम की संभावित स्थिति से अवगत कराते हुए सभी ऐहतियाती इंतजाम करने का परामर्श भी दिया गया है.
खासकर उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए राज्य आपदा प्रबंधन को विशेष इंतजाम करने को कहा गया है. मौसम संबंधी पूर्वानुमान के अनुसार मंगलवार को मध्य प्रदेश के उत्तर पश्चिम इलाकों में छिटपुट जगहों पर अतिवृष्टि और हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल के गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर तेज बारिश की आशंका जताई गई है. इसके अलावा बुधवार को उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया गया है.
गौरतलब है कि पिछले तीन दिन से दिल्ली-एनसीआर में भी जमकर बारिश हो रही है. रविवार को हुई भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में कुछ सड़कें तरणताल सी नजर आ रही थीं और जगह जगह कार, स्कूटर और बसें खराब खड़ी थीं जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. शालीमार बेंक्वेट हाल, एकता स्थल और शांति पथ क्षेत्र समेत दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की सूचना है. लगातार तीन दिन भारी बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है.