लखनऊ। एक और राजनेता का विवादित बयान सामने आया है। उत्तरप्रदेश के शीर्ष नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता शीला दीक्षित को ‘दिल्ली से आया खारिज सामान बताया है’। मौर्य के इस बयान से राज्य में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक नया विवाद खड़ा हो सकता है।
मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्या ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये विवादित बयान दिया। चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं और शीला दीक्षित को पार्टी की ओर से सीएम पद का चेहरा बनाए जाने के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने युवाओं की ओर रुख नहीं किया। दिल्ली से खारिज किए गए सामान को लाकर इसे यूपी में पेश किया है। इससे साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी के पास यहां नेता नहीं हैं। मौर्या का शुमार पिछड़े वर्ग के प्रभावशाली नेताओं में किया जाता है। मौर्य ने कहा, ‘जो नेता दिल्ली में पहले ही हार चुका हो, उसे यहां लाना दिखाता है कि कांग्रेस की यूपी में स्थिति क्या है।’
कांग्रेस ने पिछले माह 78 वर्षीय शीला को यूपी को लेकर ‘नई भूमिका’ सौंपी थी तो वे इसे लेकर अनिच्छुक भी दिखी थीं। शीला तीन बार दिल्ली की सीएम रह चुकी हैं। इस बयान से कांग्रेस कार्यकर्ताओं मे खासी नाराजगी है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। गौरतलब है कि बीएसपी से बगावत के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या बीजेपी का दामन थामने की तैयारी की खबरें आती रही हैं। सूत्रों की मानें तो इस सिलसिले में वे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात भी कर चुके हैं और कहा जा रहा है कि 8 अगस्त को भाजपा में शामिल हो सकते हैं।