मास्को। क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिच ने विश्व कप फाइनल में फ्रांस के खिलाफ 2-4 की हार के बाद कहा कि विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के लिए गोल्डन बाल पुरस्कार दिया जाना उनके लिए ‘खट्टा-मीठा’ पल है। रीयाल मैड्रिड के मिडफील्डर मोड्रिच ने कहा कि बेशक यह सम्मान मिलना मुझे पसंद है और उन्हें धन्यवाद जिन्होंने मुझे चुना लेकिन यह साफ है कि मैं विश्व कप जीतना पसंद करता।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ और अब हम आराम करेंगे और आगामी दिनों में इसका जश्न मनाएंगे क्योंकि अब भी यह क्रोएशिया के लिए बहुत बड़ी चीज है। लेकिन फिलहाल अहसास खट्टा-मीठा है। मोड्रिच ने कहा कि हमने जो किया उस पर हमें गर्व है लेकिन फाइनल में हारने का थोड़ा दुख है।
फाइनल से पहले क्रोएशिया के तीनों नाकआउट मैच अतिरिक्त समय में खिंच थे और खिताबी मुकाबले में पहले हाफ में दबदबा बनाने के बावजूद टीम दुर्भाग्यशाली थी कि मध्यांतर तक 1-2 से पीछे थी। इसमें मारियो मानजुकिच के आत्मघाती गोल और विवादास्पद पेनल्टी पर एंटोनी ग्रिजमैन के गोल की भूमिका रही। विश्व कप में गत 68 वर्ष में क्रोएशिया फाइनल में जगह बनाने वाला सबसे छोटा देश है जिसकी जनसंख्या 40 लाख से कुछ अधिक है।
मोड्रिच ने कहा कि हालांकि मुझे लगता है कि हम अधिक के हकदार थे लेकिन हम कुछ नहीं बदल सकते। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ उस पर गर्व कर सकते हैं जो हमने किया। हमने कभी हार नहीं मानी और अंत तक चुनौती पेश की।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस को फुटबाल विश्व कप के आयोजन पर ‘गर्व’ होना चाहिए। उन्होंने फाइनल के बाद इस टूर्नामेंट को हर पहलू से सफल करार दिया। रविवार को फाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ फ्रांस की जीत के बाद पुतिन ने वीडियो प्रतिक्रिया में कहा कि हमने इस टूर्नामेंट का जिस तरह आयोजन किया उस पर हमें निश्चित तौर पर गर्व होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमने प्रत्येक पहलू से इस भव्य प्रतियोगिता को सफल बनाया। टूर्नामेंट के लिए रूस आए विदेशी प्रशंसकों को धन्यवाद देते हुए पुतिन ने कहा कि हमने अपने समर्थकों के लिए यह किया, रूस के उन लोगों के लिए जिनमें खेल को लेकर जुनून है और उन सभी लोगों के लिए जो दुनिया भर में खेल को पसंद करते हैं। एक माह पहले टूर्नामेंट की शुरुआत के दौरान लोगों के मन में चिंता थी।
क्योंकि फ्रांस में यूरो 2016 टूर्नामेंट के दौरान रूस और इंग्लैंड के समर्थकों के बीच हिंसा हुई थी। पुतिन ने कहा कि लोगों ने यह कहकर हमें डराने की कोशिश की कि इंग्लैंड के लोग आएंगे और हुड़दंग मचाएंगे लेकिन सभी ने बेहतरीन बर्ताव किया।
मास्को और पश्चिमी देशों के बीच उच्च राजनीतिक तनाव के बावजूद विश्व फुटबाल अधिकारियों और बहुचर्चित चेहरों के अलावा विश्व नेताओं ने रूस के टूर्नामेंट के आयोजन की सराहना की। फाइनल मैच देखने के लिए पुतिन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों और क्रोएशिया की राष्ट्रपति कोलिंदा ग्रेबर कितारोविच मौजूद थी।