फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने रूसी संघ की सदस्यता को निलंबित करने का फैसला किया है। एक आधिकारिक बयान के जरिए एफएटीएफ ने यह जानकारी साझा की।
FATF के बयान के मुताबिक पेरिस में हुई विश्व संगठन की बैठक में रूस की सदस्यता निलंबित करने का फैसला किया गया।
एफएटीएफ के बयान में आगे कहा गया है कि नाइजीरिया और दक्षिण अफ्रीका के पश्चिम अफ्रीकी देशों को ग्रे सूची में डाल दिया गया था।
घोषणापत्र के अनुसार मोरक्को और कंबोडिया को ग्रे सूची से हटा दिया गया है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने शुक्रवार को रूस के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। बता दें कि एफएटीएफ ने रूस की सदस्यता रद्द कर दी।
'यूक्रेन में रूस की कार्रवाई अस्वीकार्य है और FATF के मूल सिद्धांतों के विपरीत है'
FATF ने रूस की सदस्यता रद्द की, यूक्रेन युद्ध के 1 साल पूरे होने पर कार्रवाई #FATF #RussiaUkraineWar #Russia pic.twitter.com/YrFnp53Y1E
— News24 (@news24tvchannel) February 25, 2023
एफएटीएफ ने एक बयान में बताया कि रूस की कार्रवाइयां एफएटीएफ के मूल सिद्धांतों के खिलाफ हैं।एफएटीएफ उद्देश्य वैश्विक वित्तीय प्रणाली की सिक्योरिटी, सेफ्टी और अखंडता को बढ़ावा देना है।
पेरिस में आयोजित एफएटीएफ अधिवेशन के बाद जारी बयान में कहा गया कि रूस के यूक्रेन पर अवैध और बिना उकसावे वाले हमले के एक वर्ष बाद एफएटीएफ यूक्रेन के लोगों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करता है। ऐसे में एफएटीएफ ने उनकी सदस्यता रद्द करने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच सालभर से युद्ध जारी है। रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था और इसके बाद दोनों देशों ने सैन्य बढ़त हासिल करने के उद्देश्य से अपनी-अपनी रणनीति को अंजाम दिया।
शुरुआत में ऐसा लगता था कि यूक्रेन जल्द ही युद्ध हार जाएगा, लेकिन कीव ने डटकर रूस का सामना किया और एक वर्ष गुज़र जाने के बाद भी दोनों देश एक-दूसरे के आमने-सामने खड़े हैं।