केंद्र सरकार और किसानों के बीच रविवार देर रात बैठक का अभी कोई संतुष्टि भरा हल नहीं निकला है। किसान नेताओं का कहना है कि वे सरकार के प्रस्ताव पर विचार करेंगे। वहीँ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस बैठक को सकारात्मक बताया है।
केंद्र सरकार और किसानों के बीच होने वाली चौथे दौर की बैठक से अभी समस्या का हल तो नहीं निकला है मगर सरकार की तरफ से दिए गए सुझावों पर किसान नेता और उनके जानकार अभी विमर्श करने की बात कह रहे हैं। किसान नेताओं का यह भी कहना है कि अभी उनकी बाक़ी मांगों पर चर्चा नहीं हुई है।
दूसरी ओर बैठक में शिरकत करने वाले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल इस बैठक को सकारात्मक बता रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए कार्यों को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस पर हमने विस्तार से बात की है।
केंद्र सरकार द्वारा किसानों के सामने फसलों के विविधीकरण का प्रस्ताव रखा गया है। इसमें अलग-अलग फसलें उगाने पर उन्हें एमएसपी पर ख़रीदे जाने की बात कही गई है।
मोदी सरकार ने किसानों को दिया नया प्रस्ताव, किसान नेता बोले- दो दिन में लेंगे फ़ैसला https://t.co/7p2Ku4WBdo
— BBC News Hindi (@BBCHindi) February 19, 2024
किसानों के साथ हुई बातचीत में सरकार की ओर से चार फसलों पर एमएसपी की गारंटी पर कानून बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। इन चार फसलों में तूर दाल, उड़द दाल, मसूर दाल या मक्का, और कपास शामिल है। हालांकि किसानों की मांग है कि सरकार सभी फसलों पर एमएसपी की गारंटी दे।
इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा केंद्र सरकार के तीन मंत्री जबकि किसानों के 14 प्रतिनिधि मौजूद थे। गौरतलब है कि केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच इससे पहले तीन बैठकें हो चुकी हैं। अभी तक इसका कोई नतीजा नहीं निकला है।
किसानों के साथ बैठक से पूर्व तीनों केंद्रीय मंत्रियों ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ एक बैठक भी की।