संयुक्त किसान मोर्चा ने अपना दिल्ली चलो मार्च पांच दिनों के लिए स्थगित करने का फैसला किया है। स्थगन की जानकारी किसान संगठन के नेता सरबन सिंह पंढेर ने दी।
किसान नेताओं का कहना है कि ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के बारे में 29 फरवरी को फैसला किया जाएगा। उन्होंने एलान किया है कि आज यानी शनिवार को ‘कैंडल मार्च’ निकाला जाएगा और उसके दो दिन बाद वे पुतला फूंकेंगे। तब तक सभी किसान शंभू बॉर्डर पर डटे रहेंगे।
खनौरी सीमा पर मौजूद किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंढेर ने मीडिया से बातचीत में जानकारी दी है कि 24 फ़रवरी को किसान ‘कैंडल मार्च’ निकालेंगे उसके अगले दिन 25 फरवरी को शंभू और खिनौरी बॉर्डर पर इन किसानों की सेमिनार और डब्ल्यूटीओ का पुतला जलाने का निर्णय लिया गया है।
फिर टला किसानों का दिल्ली चलो मार्च, संयुक्त किसान मोर्चा का बड़ा ऐलान#FarmersProtesthttps://t.co/60ZC8AlBmQ
— Hindustan (@Live_Hindustan) February 23, 2024
किसान नेता पंढेर के मुताबिक़ 27 फरवरी को किसान यूनियनों के साथ बैठक होगी और फिर 29 फरवरी को इनके आगे के एक्शन की घोषणा की जाएगी।
इस समय किसान बड़ी संख्या में हरियाणा और पंजाब के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर मौजूद हैं। शुक्रवार शाम को किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने यह फैसला लिया।
किसान संगठन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गांरटी, कृषि ऋण माफी सहित अन्य मांगों को लेकर इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। अपनी मांगों को लेकर हजारों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और ट्रकों के साथ खनौरी और शंभू सीमा पर डेरा डाले हुए हैं।
इससे पहले खनौरी में प्रदर्शन के दौरान एक किसान की मौत और करीब 12 पुलिस कर्मियों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार को ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन को दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया था।