नई दिल्ली: आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। देश के बुजुर्ग नागरिकों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। देश में इस समय बुजुर्ग लोगों की आबादी 14 करोड़ है। बैंक में लगातार घटते ब्याज दर से बुजुर्ग बहुत असुरक्षित अहसूस कर रहे हैं। उन्हें ऐसे में सरकार से राहत की उम्मीद है।
अभी सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए दो प्रमुख बचत योजनाएं चला रही है। प्रधानमंत्री वय वंदना योजना और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना। प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में 60 साल से ऊपर की आयु वाले सभी नागरिक 15 लाख रुपये तक का निवेश 31 मार्च 2023 से पहले कर सकते हैं। निवेश के आधार पर नागरिकों को 1000 रुपये से लेकर 9250 रुपये प्रति माह की पेंशन दी जाती है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में भी निवेश के लिए 15 लाख रुपये तक की सीमा है। सीनियर सिटीजन स्कीम का लक्ष्य यह है कि वरिष्ठ नागरिकों को 60 साल की उम्र के बाद नियमित आय का कोई साधन मिले। इसके तहत 7.4 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है और इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 80c के तहत टैक्स लाभ भी लिया जा सकता है।
अन्य लोगों की तरह ही इस बुज़ुर्ग नागरिकों को भी 50 हजार रुपये तक के स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा मिलता है। वित्त वर्ष 2018-19 में यह 40 हजार रुपये था, जिसे 2019-20 में बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया। हालांकि, इसका फायदा सिर्फ उन्हीं सीनियर सिटीजन को मिलता है, जिनकी कमाई किसी नौकरी या फिर पेंशन से होती है।
नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) में सेक्शन 80CCD (2d) के तहत बेसिक सैलरी के 10% तक के निवेश पर भी सेक्शन 80C से अलग इनकम टैक्स छूट का लाभ मिलता है। दिलचस्प यह है कि निवेश पर यह छूट सभी टैक्स स्लैब में आने वाले करदाताओं को मिल सकता है। अगर आप अपना बुढ़ापा सुरक्षित करना चाहते हैं तो एनपीएस में निवेश कर सकते हैं। पिछले 12 सालों में एनपीएस ने शानदार रिटर्न दिया है।