नई दिल्ली : सपा में चल रहे बर्चस्व कि लड़ाई को ख़त्म करने के लिए पार्टी के कई दिग्गजों ने अथक प्रयास किया। खास तौर पर कैबिनेट मंत्री आजम खां ने तो एकजुटता के लिए दिन रात एक कर दिया था। EC
भला वो करे भी क्यों ना आजम पार्टी के उन बुनियादी लोगों में से शामिल थे जो पार्टी को खड़ा करने के लिए मुलायम यादव और शिवपाल यादव के साथ संघर्ष किया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, चुनाव आयोग ने इस मामले में सुनवाई पूरी कर ली है। आयोग में यह सुनवाई दोपहर साढ़े बारह बजे शुरू हुई थी।
इस दौरान मुलायम-अखिलेश खेमो के लोग मामले की सुनवाई के लिए मौजूद रहे।
कल से ही सभी कि निगाहें आज चुनाव आयोग के द्वारा सुनाए जाने वाले फैसलों पर टिकी थी ।
प्रदेश के लोग और पार्टी के कार्यकर्ताओ में भी इसी बात की चर्चाएं ज़ोरों पर थी कि आखिर पार्टी का चुनाव चिन्ह और नाम किसकों मिलेगा।
हलांकि नेता जी ने कई बार कहा भी था कि मैं पार्टी को नही टूटने दूंगा सबकुछ पहले के जैसा ठीक हो जायेगा।
चुनाव आयोग के सामने अखिलेश पक्ष से रामगोपाल यादव और पैरवी करने के लिए वकील कपिल सिब्बल पहुंचे थे।
मुलायम पक्ष से खुद मुलायम और शिवपाल यादव मौजूद रहे तथा उनके साथ भी उनके वकील मौजूद रहे।
ग़ौर तलब है की चुनाव चिन्ह साईकिल पर दावेदारी के लिए मुलायम और अखिलेश का खैमा चुनाव आयोग के कार्यालय गया था, जिसपर आयोग ने दोनों खेमो को 9 जनवरी तक समर्थक विधायकों की सूची शपथ पत्र के माध्यम के ज़रिये जमा करने को कहा था।
इसके बाद फैसले के लिए आज का दिन तय किया गया था।