अब कर्मचारियों द्वारा बीमारी का झूटा बहाना बनाकर छुट्टी लेना मुमकिन नहीं बचेगा। सच्चाई का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) बीमारी के असली या नकली होने का पर्दाफाश कर देगा।
शोधकर्ता एक नए अध्ययन में ‘एआई’ का उपयोग करके यह पता लगाने में सक्षम हुए हैं कि कोई कर्मचारी नकली बीमारी से छुट्टी ले रहा है या सच बोल रहा है।
इस नए शोध के मुताबिक एआई अब कर्मचारी की आवाज सुनकर बता सकेगा कि कर्मचारी वास्तव में बीमार है या स्वस्थ।
शोध के मुताबिक एआई तकनीक कर्मचारी की आवाज और लहजे के आधार पर तय करेगी कि कर्मचारी को सर्दी, फ्लू है या नहीं।
द इकोनॉमिक की रिपोर्ट के अनुसार, इस अध्ययन के लगभग 70% परिणाम सही थे, शोध के दौरान एआई 70% समय तक बीमार कर्मचारियों का सही पता लगाने में सफल रहा।
एआई तकनीक कर्मचारियों के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में पता लगाने के लिए छुट्टी मांगने वाले व्यक्ति की आवाज का विश्लेषण करेगी और यहां तक कि उसे कुछ पैराग्राफ पढ़ने के लिए भी कह सकती है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, इस अध्ययन का उद्देश्य कर्मचारियों द्वारा ली जाने वाली बीमार छुट्टी की मात्रा को कम करने के लिए फोन पर बीमारी का निदान करना है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि तकनीक लोगों के बीमार न होने पर कॉल करना कठिन बना सकती है, और जब वे स्वस्थ होंगे तो वे तकनीक से बचने के लिए छुट्टी पर कॉल करने से बचेंगे।
भारत में सरदार वल्लभभाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए 630 जर्मन लोगों की आवाज के नमूनों का विश्लेषण किया, जिनमें से 111 को जुकाम था।
द इकोनॉमिक की रिपोर्ट के अनुसार, इस अध्ययन के लगभग 70% परिणाम सही थे, शोध के दौरान एआई 70% समय तक बीमार कर्मचारियों का सही पता लगाने में सफल रहा।