कांग्रेस पार्टी के ज्यादातर नेता चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल करने में पक्ष में नज़र आ रहे हैं। इसके कुछ कुछ संकेत भी मिलने लगे हैं। उम्मीद है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी जल्द इसका औपचारिक ऐलान कर सकती हैं। उनकी भूमिका को लेकर कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी के साथ चर्चा के बाद ये भी तय किया जायेगा।
हिंदी दैनिक हिन्दुस्तान में छपी एक खबर के मुताबिक़ पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि प्रशांत किशोर कई राजनीतिक दलों के साथ काम कर रहे हैं। इन राजनैतिक पार्टियों में तृणमूल कांग्रेस और तेलंगाना राष्ट्र समिति शामिल हैं। ऐसे में उन्होंने मांग की है कि वह दूसरे दलों से खुद को अलग करते हुए केवल कांग्रेस के लए काम करें।
पीके को पार्टी में शरीक किये जाने पर सहमति जताते हुए पार्टी नेताओं ने मांग की है कि उन्हें दूसरे राजनीतिक दलों से खुद को अलग करना होगा।
प्रशांत किशोर के विधानसभा और लोकसभा चुनाव की रणनीति की कार्ययोजना का अध्यन करने के लिए गठित समिति ने पार्टी अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में पीके को पार्टी में शरीक किये जाने पर सहमति जताते हुए पार्टी नेताओं ने मांग की है कि उन्हें दूसरे राजनीतिक दलों से खुद को अलग करना होगा।
हालांकि इस बारे में प्रशांत की ओर से भी कुछ मांगे सामने आई हैं। अपनी कार्ययोजना को लागू करने के लिए पीके की भी कुछ डिमांड हैं। जानकारी के मुताबिक़ पार्टी के एक नेता का कहना है कि प्रशांत सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष को रिपोर्ट करना चाहते हैं। इसके साथ उन्होंने चुनावी राज्यों में रणनीति को लागू करने के सम्बन्ध में कुछ जरूरी अधिकारों की भी मांग की है। फिलहाल उम्मीद की जा रही है कि उनकी मांगों को ध्यान में रखते हुए की पार्टी अपना अंतिम फैसला सुनाएगी।