ऊना। गिर-सोमनाथ जिले के उना कस्बे में दलित युवकों की पिटाई का मुद्दा गरमा गया है। घटना के विरोध में दलित संगठनों ने बंद का आह्वान किया था, जो कई जगह हिंसक हो गया। इस बीच, मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने पीडि़तों के परिजनों से मुलाकात की।
गत 11 जुलाई को उना कस्बे के मोटा समढियाणा गांव में गौरक्षकों ने एक गाय की कथित तौर पर खाल उतारने के मामले में कुछ दलित युवकों की पिटाई की थी। दलित संगठनों ने इसके खिलाफ बुधवार को राज्य में बंद का आह्वान किया था। इस दौरान बंद समर्थकों ने कई इलाकों में पथराव, आगजनी और तोड़फोड की घटनाओं को अंजाम दिया। पुलिस ने इस सिलसिले में करीब दो सौ लोगों को हिरासत में लिया है। बंद के दौरान स्कूल, कालेज, कार्यालय और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे। कुछ मार्गों पर रेल यातायात भी प्रभावित हुआ। कई जगह वाहनों को भी जलाए जाने की सूचना मिली है।
पोरबंदर में भी स्थिति तनावपूर्ण रही। यहां हिंसक भीड़ ने जिलाधिकारी कार्यालय के निकट एक थाने पर हमला कर कई वाहनों को जला दिया। पोरबंदर के पुलिस अधीक्षक तरुण दुग्गल के मुताबिक, इस घटना में पुलिस उपाधीक्षक सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए।
दलित युवकों की पिटाई के विरोध में राज्य में अलग-अलग जगहों पर करीब एक दर्जन लोगों ने जहर पीकर जान देने की कोशिश की। खबरों के मुताबिक, जूनागढ़ में एक व्यक्ति की जहर पीने से मौत हो गई, जबकि अन्य को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बीते दो दिनों में आत्मदाह का प्रयास करने वाले करीब एक दर्जन लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है।
मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने मोटा समढियाणा गांव का दौरा कर पीडि़त परिवारों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवारों को आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय दिलाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दलितों को पीटे जाने का दृश्य देखकर कोई भी विचलित होगा। जिस तरह से दलित युवकों की पिटाई की गई, ऐसा किसी सभ्य समाज में नहीं होता।
उधर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीडि़त परिवारों से मिलेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी केंद्र शासित क्षेत्र दीव के हवाई अड्डे पर पहुंचेगे। वहां से सड़क मार्ग से मोटा समढियाणा गांव जाकर पीडि़तों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। बाद में वह राजकोट के सिविल अस्पताल जाकर कुछ पीडि़तों तथा इस घटना के विरोध में जहर पीने वाले करीब आधा दर्जन लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को उना कस्बे के मोटा समढियाणा गांव जाएंगे और पीडि़तों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्य मंत्री तथा रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के दलित नेता रामदास अठावले भी 22 जुलाई को गुजरात जाएंगे। वहां वह पीडि़त परिवारों से मिलेंगे।