राज्य में तीसरे मामले की पुष्टि के बाद केरल सरकार ने कोरोना वायरस को राजकीय आपदा घोषित कर दिया है।जागरण डॉट कॉम के अनुसार, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि मुख्यमंत्री की सलाह पर यह फैसला किया गया है। राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं।
उन्होंने कहा कि इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर उपाय किए जा रहे हैं। इससे पहले, शैलजा ने विधानसभा में कहा था कि हाल ही में वुहान से लौटे कासरगोड के छात्र को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।
इस बाबत निर्णय मुख्य सचिव टॉम जोस की अध्यक्षता वाली राजकीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की शीर्ष समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
सरकारी अस्पताल की ओर जारी चिकित्सकीय बुलेटिन में कहा गया है कि जिन छात्रों को यह संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। उनके स्वास्थ्य की स्थिति संतोषजनक है।
इससे पहले चीन के वुहान में पढ़ने वाले दो छात्रों को त्रिशूर और अलाप्पुझा में कोरोना वायरस से पीड़ित होने का पता चला था।
कोरोना वायरस को लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडलीय भी पूरी तरह चौकन्ना है। मंत्रिमंडलीय समूह के सामने प्रजेंटेशन में कोराना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई।
जिनमें चीन के नागरिकों के ई-वीजा पर रोक, जारी हो चुके ई-वीजा को निलंबित करना और जरूरी काम से भारत आने वाले नागरिकों को पहले वहां के भारतीय दूतावास या कांस्यूलेट से संपर्क करने का निर्देश शामिल था।