पाकिस्तान में बाढ़ की स्थिति बेहद संगीन हो चुकी है। करीब करीब 5 करोड़ लोग जो पाकिस्तान की कुल आबादी का पांचवा हिस्सा इससे प्रभावित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस अगले सप्ताह पाकिस्तान का दौरा करेंगे।
पाकिस्तान के चार मुख्य सूबे पंजाब, सिंध, खैबर पख़्तून खा, और ब्लूचिस्तान में से तीन पूरी तरह से डूबे हुए है। तक़रीबन
पांच करोड़ लोगो के लिए खुराक और दवाई की व्यवस्था नहीं है। लोग खुले आसमान के नीचे बैठने को मजबूर हैं।
इस बारिश ने फसलों को भी भारी नुकसान पहुँचाया है। ऐसे में अन्न संकट भी विकराल रूप से सामने खड़ा है। इस बीच भारत के प्रधानमंत्री ने इस आपदा पर ट्वीट कर अपनी संवेदनाएं जतलायी है।
1907 के बाद से ये अबतक की सबसे बड़ी आपदा है जिसमें सरकारी आंकड़ों के मुताबिक डेढ़ हजार लोगो को की जान गई है और हजारों घर तबाह हो गए है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का कहना है कि आज जो हालात पाकिस्तान में हैं, कल किसी और का देश में हो सकते हैं।
युक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने न्यूयॉर्क से अपने बयान में कहा कि महासचिव जलवायु आपदा से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। प्रवक्ता के अनुसार महासचिव के नौ सितंबर को इस्लामाबाद पहुंचने और 11 सितंबर को न्यूयॉर्क लौटने की उम्मीद है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का कहना है कि आज जो हालात पाकिस्तान में हैं, कल किसी और का देश में हो सकते हैं। हमें जलवायु परिवर्तन के कारण ग्रह के विनाश की ओर नींद में चलना बंद करना होगा।
फिजी के प्रधान मंत्री फ्रैंक बैनीमारामा का कहना है कि यह आपदा यह उन देशों की जिम्मेदारी है जो सबसे अधिक मात्रा में कार्बन उत्सर्जित करते हैं।
इस पर फिजी के प्रधान मंत्री फ्रैंक बैनीमारामा का कहना है कि एक बात स्पष्ट होनी चाहिए कि यह आपदा पाकिस्तानी लोगों द्वारा पाकिस्तान में नहीं हुई थी, यह उन देशों की जिम्मेदारी है जो सबसे अधिक मात्रा में कार्बन उत्सर्जित करते हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर फिजी के प्रधान मंत्री ने बड़ी मात्रा में कार्बन उत्सर्जित करने वाले देशों की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि जब तक हम जीवाश्म ईंधन के उपयोग को नहीं छोड़ते, दुनिया का हर देश पर्यावरणीय आपदा के कगार पर होगा। प्रधान मंत्री फिजी ने भी एक ट्वीट में पाकिस्तान में सबसे भीषण बाढ़ के कुछ वीडियो साझा किए।