बीजिंग। चीन ने जापान सागर में अपनी बढ़ती सैन्य गतिविधियों को लेकर जापान की चेतावनी पर कहा है कि सागर के पानी पर जापान की सरकार का अधिकार नहीं है। चीन के वायु सेना प्रमुख मा शियाओटियन ने हांगकांग के फिनीक्स टेलीविजन पर प्रसारित एक रिपोर्ट में कल कहा कि जापान सागर जापान का सागर नहीं है। हम इस समुद्र में अपना अभियान अवश्य जारी रखेंगे।
चीन की वायुसेना केवल जमीन की रक्षा करने के लिए नहीं है। वह बाहर भी जाएगी।वायु सेना प्रमुख ने कहा जापान सागर में चल रही चीन की गतिविधियों को जापान कुछ ज्यादा ही बढ़ा-चढ़ा कर बता रहा है, ऐसा वास्तव में नहीं है। गौरतलब है कि जापान ने चीन की गतिविधियों को पूर्वी चीन सागर और पश्चिमी प्रशांत महासागर (जापान सागर इसका एक हिस्सा है) में अपना सैन्य प्रभाव बढ़ाने की कवायद बताया है।
इस क्षेत्र में ताईवान के दक्षिण में 1400 किलोमीटर में फैली द्वीप श्रृंखला पर जापान का नियंत्रण है। जापान ने मंगलवार को जारी अपने वार्षिक रक्षा श्वेत पत्र में कहा कि मार्च 2017 तक चीन के लड़ाकू विमानों के खिलाफ तैनात जापानी विमानों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। उसने चेतावनी दी है कि जापान सागर में चीन की नौसैनिक और वायुसैनिक गतिविधियां और रफ्तार पकड़ सकती हैं।