नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी चुनावों में खेल बिगाड़ने वाले पार्टी के नाराज नेताओं को कड़ी चेतावनी जारी की है, साथ ही ऐसे नाराज नेताओं को ‘इलाका बदर’ किया है जिन्हें किसी कारणवश विधान सभा चुनाव का टिकट नहीं मिला हो। bjp
सूत्र बताते हैं कि यूपी चुनाव के पहले चरण में होने वाले मतदान में कई ऐसे चेहरे हैं जो टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन आखिरी वक्त में उनका पत्ता साफ कर किसी और को पार्टी का सिंबल थमा दिया गया।
इससे नाराज ऐसे नेताओं द्वारा खेल बिगाड़ने की आशंका के मद्देनजर पार्टी आलाकमान ने उन्हें दूसरे-दूसरे विधान सभा क्षेत्र में जाकर चुनाव प्रचार करने का फरमान सुनाया है।
मसलन, मेरठ के टिकटार्थी को शामली तो शामली के टिकटार्थी को मुजफ्फरनगर भेजा गया है ताकि जिसे टिकट मिला है उसे हराने के लिए ये लोग राजनीति न कर सकें। इसलिए जिन्हें टिकट मिला है वे ही अब इलाके में हैं।
पश्चिमी यूपी की करीब 10 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा दोनों के बागियों का कहर है।
इन सीटों पर बागी नेता पार्टी की किरकिरी कराने के लिए बेचैन हैं। बगावत या विरोध करने वाले नेताओं में ज्यादातर ऐसे लोग हैं जिनका टिकट काटकर दूसरे दलों से आए लोगों को दिया गया है।
पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी यही हाल है। भाजपा ने वहां कांग्रेस छोड़कर आए 13 लोगों को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने सात सीट पर पूर्व भाजपाइयों और दो सीट पर पूर्व बसपाइयों को टिकट दिया है।
भाजपा ने जहां 18 बागी नेताओं पर कार्रवाई कर उसे पार्टी से बाहर निकाला है, वहीं कांग्रेस ने कुल 24 बागियों को पार्टी से निकाला है।