लखनऊ। नौकरियों और शिक्षा में कथित तौर पर जाति आधारित आरक्षण के खिलाफ कुछ संगठनों के भारत बंद के आव्हान के बावजूद उत्तर प्रदेश में मंगलवार को जनजीवन सामान्य रहा। सरकारी सूत्रों ने बताया कि मध्याहन तक राज्य के किसी भी हिस्से से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। राजधानी लखनऊ में जनजीवन सामान्य रहा।
कारोबारियों ने दुकानें खोलीं और वाहनों का आवागमन सामान्य रहा। सरकारी और निजी कार्यालय और स्कूल भी बिना किसी बाधा के खुले। केन्द्र सरकार ने कल सभी राज्यों को सलाह दी थी कि वे भारत बंद के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम करें और किसी भी हिंसक घटना को होने से रोकें।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अपने परामर्श में कहा कि भहसा के लिए संबद्ध जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार माने जाएंगे। सप्ताह भर पहले भी भारत बंद का आव्हान किया गया था। देश के कई हिस्सों में हिंसा के दौरान लगभग दर्जन भर लोगों की मौत हो गई थी।
राज्यों से संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त तेज करने के लिए कहा गया है ताकि जानमाल के नुकसान को रोका जा सके। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी कानून को कथित तौर पर कमजोर किए जाने के विरोध में कुछ संगठनों की ओर से भारत बंद का आव्हान किया गया था।