कोलेस्ट्रॉलयुक्तक भोजन के बहुत से फायदे हैं। नवजात शिशु का पहला आहार दूध होता है जिसमें कोलेस्ट्रॉल की भरपूर मात्रा होती है जो शिशु की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। कोलेस्ट्रॉल विटामिन और खनिज की तरह ही होता है। यह भोजन के जरिए शरीर को मिलता है।
प्रतिदिन 200 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉलयुक्त भोजन का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा लीवर भी कोलेस्ट्रॉल बनाता है। कोलेस्ट्रॉल इसलिए जरूरी है कि क्योंकि यह शरीर में वसा का उपयोग करने की प्रक्रिया में सहायक होता है। खून में 2 प्रकार का कोलेस्ट्रॉल होता है, बैड कोलेस्ट्रॉल(लो डेंसिटी कोलेस्ट्रॉल) और गुडकोलेस्ट्रॉल(हाई डेंसिटी कोलेस्ट्रॉल)।
गुड और बैड कोलेस्ट्राल के अनुपात से ही हृदय रोग के खतरे का पता चलता है।स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि शरीर में गुड कोलेस्ट्राल अधिक और बैडकोलेस्ट्राल कम मात्रा में मौजूद हो। वसा युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पेस्ट्री, चीज, मांस, स्नैक्स, तैलीय पदार्थ बैड कोलेस्ट्राल को बढ़ाते हैं। लेकिन आहार में कुछ बदलाव कर इस खतरे से बचा जा सकता है।
अंडा अंडा शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के व्यंजनों में आता है। अंडे के पीले भाग में सबसे ज्यादा मात्रा में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। एक सप्ताह में कम से तीन बार अंडा खाना चाहिए।
दूध लगभग सबकी पसंद होता है। दूध और उससे निर्मित सभी वस्तुओं जैसे- पनीर, मक्खन, दही आदि में भरपूर मात्रा में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। पनीर और दही का प्रयोग लोग आमतौर पर अपने घरों में आसानी से करते हैं।
मांस और उससे निर्मित चीजें लोगों की पसंद होती हैं। तले और भूने हुए मांस में भी कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। अगर आप मांस अपने घर में नहीं पका सकते तो आसानी से बाजार में मांस उपलब्ध होता है।
मछली में ओमेगा-3 एसिड पाया जाता है जो कि ब्लड प्रेशर को कम करने में बहुत जरूरी होता है। मछली में ऑयल की मात्रा ज्यादा होती है। झींगे में सबसे ज्यादा मात्रा में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। सप्ताह में दो दिन मछली खाना चाहिए।
चॉकलेट लगभग सभी की पसंद होती है। खासकर बच्चों को चॉकलेट बहुत ही पसंद होती है। चॉकलेट में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है।
फॉस्ट फूड फास्ट फूड और जंक फूड खाने का चलन लोगों में बढा है। इस भागदौड भरी जिंदगी में कई लोगों के पास अच्छे से खाना खाने का समय भी नही मिल पाता खासकर लंच टाइम में। फास्ट फूड और जंक फूड में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है।
कोलेस्ट्रॉलयुक्तभोजन शरीर के फायदेमंद तो है लेकिन शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ जाने पर हृदय को खतरा हो जाता है। खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक बढ जाने से वह रक्त कोशिकाओं में जम कर हृदय रोग उत्पन्न करता है। उन चीजों का अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए जिनमें वसा की मात्रा कम हो। अपने आहार में मूली, गाजर, मेथी का साग, हरी पत्तेनदार सब्जियां, छिलकेदार दालें, प्याज, अदरक, लहसुन और हींग आदि शामिल करें जिसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। अधिक मात्रा में पानी पिएं।