भदोही: उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खान ने कहा कि हिंदुस्तान में अमन-चैन भाईचारा एवं इंसानियत कायम रखने के लिए बीजेपी को सत्ता से बाहर करना होगा. भाजपा जात-बिरादरी हिंदू मुस्लिम की राजनीति कर देश को तबाही की ओर ले जाना चाहती है. Azam
वह गुरुवार को नगर के काजीपुर स्थित फकीर सेठ के अहाता में सपा प्रत्याशी एवं विधायक जाहिद बेग के हक में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने अपने एक घंटे के भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा रमजान व दिवाली के नाम पर राजनीति कर हिंदू-मुस्लिम में बंटवारा करना चाहती है. देश के बादशाह के मुंह से ऐसी बातें शोभा नहीं देती.”
उन्होंने कहा कि यह मुल्क गुलदस्ता की तरह है, जिसमें विभिन्न तरह के फूल हैं. जिसे जोड़ने से देश मजबूत होगा. नगर विकास मंत्री ने नोटबंदी पर भी कहा, “गरीबों को नोटबंदी के नाम पर लाइन में खड़ा कर दिया और विजय माल्या जैसे भगोड़े का कर्ज माफ कर दिया.
मोदी अपने को फकीर कहते हैं. अब तक 80 करोड़ रुपये का कपड़ा पहन चुके हैं.” उन्होंने कहा कि भाजपा ने लाशों के ढेर पर राजनीति करना सीखा है. विकास एवं योजना से उससे कोई लेना देना नहीं.
आजम ने कहा, “जब बजट पेश हुआ तो लोग खुश हुए कि 50 करोड़ रुपये के व्यापार पर एक वर्ष तक पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी. लेकिन जब लोगों ने यह सुना कि 15 प्रतिशत का सरचार्ज भी लगा दिया गया है तो लोग समझ गए कि भाजपा निजी स्वार्थ में जी रही है.”
उन्होंने कहा, “हमारे यहां मंदिर-मस्जिद का कोई फर्क नहीं सब अपने हिसाब से इबादत में खुश हैं. लेकिन भाजपा फर्क दिखा कर बांटने की मंशा रखती है. वतन की फिक्र करो, भाजपा नफरत का बीज बोना चाहती है. ईद और दिवाली में फर्क करना चाहती है. इसे रोकना होगा.”
उन्होंने कहा, “मोदी जी कहते हैं कि सपा सरकार में कब्रिस्तान की बाउंड्री बनी, लेकिन श्मशान के लिए कुछ नहीं किया. जबकि 236 करोड़ रुपये कब्रिस्तान पर तो 426 करोड़ रुपये श्मशान के लिए दिया. लेकिन मोदी जी को लगता है कि मुर्दो से भी झगड़ा है.”
नगर विकास मंत्री ने बसपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, “मायावती जी ने सौ मुसलमान खड़े किए हैं. उनका मकसद यह है कि मुसलमान का वोट बंट जाए और भाजपा की सरकार बन जाए.”
उन्होंने अखिलेश व मुलायम सिंह यादव की भी बात की. आजम ने कहा, “बाप बेटे की बीच मैं पुल का काम करता हूं. सपा भी बच गई, साइकिल भी बच गई और बाप बेटे के रिश्ते भी.”