इज़राइल में छह बंधकों के शव मिलने के बाद सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने ज़ोर पकड़ लिया है। देश के सबसे बड़े ट्रेड यूनियन ने आज यानी सोमवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
रविवार को छह बंधकों के शव मिलने के बाद हजारों प्रदर्शनकारी नेतन्याहू की सरकार के खिलाफ विरोध करने के लिए येरुशलम और तेल अवीव में सड़कों पर उतर आए।
इजरायली रक्षा बल आईडीएफ ने पहले कहा था कि दक्षिणी गाजा के राफा क्षेत्र में शनिवार को एक सुरंग में छह शव पाए गए हैं। इनकी पहचान कार्मेल गाट, ईडन येरुशालमी, हर्श गोल्डबर्ग-पोलिन, अलेक्जेंडर लोबानोव, अल्मोग सारूसी और मास्टर सार्जेंट ओरी डैनिनो के रूप में हुई है।
इजराइल के ट्रेड यूनियन हिस्टाड्रट के प्रमुख अर्नोन बार डेविड का कहना है कि आज सोमवार को होने वाली हड़ताल के ज़रिए पूरी इजराइली अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी।
इनमें एक अमरीकी नागरिक भी शामिल था। आईडीएफ से मिली जानकारी से पता चला है कि शनिवार को उसके सैनिकों के वहां पहुंचने से कुछ समय पहले ही वे मारे गए थे।
इजरायली झंडों से लैस इन प्रदर्शनकारियों ने तेल अवीव और येरुशलम सहित अन्य शहरों में प्रदर्शन किया। बंधक परिवार फोरम का कहना है कि छह और बंधकों की मौत नेतन्याहू के हमास के साथ संघर्ष विराम समझौते के समापन में असफलता सीधा परिणाम है।
गुस्से में बेकाबू इन प्रदर्शनकारियों ने तेल अवीव के अयालोन राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात जाम हो गया।
इस बीच इजराइल के ट्रेड यूनियन हिस्टाड्रट के प्रमुख अर्नोन बार डेविड का कहना है कि आज सोमवार को होने वाली हड़ताल के ज़रिए पूरी इजराइली अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी।
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को इसका ज़िम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि सरकार द्वारा 7 अक्टूबर 2023 के हमलों के दौरान हमास द्वारा बंधक बनाए गए शेष लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए समझौते पर पर्याप्त कदम नहीं उठाने पर यह हालात सामने आए हैं।