मुंबई। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना की आंतरिक खटपट अब धीरे-धीरे खुलकर सामने आ रही हैं। शिवसेना की नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की।
दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ हैं, लेकिन कुछ समय बाद ही शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि आगामी चुनावों में शिवसेना अकेले ही मैदान में उतरेगी।
संजय राउत ने कहा कि शिवसेना जानती जानती हैं कि अमित का क्या एजेंडा हैं, लेकिन हमने संकल्प लिया हैं कि हम अकेले ही चुनावों में उतरेंगे। यानी साफ़ हैं कि अमित शाह और उद्धव ठाकरे की मुलाकात का कोई मतलब नहीं रहा। बता दें, शिवसेना ने पहले भी ऐसे कई बयान दिए हैं, लेकिन बुधवार को अमित शाह और उद्धव ठाकरे की मुलाकात के बाद ऐसे बयान से भाजपा की चिंता बढ़ गई हैं।
बता दें, भारतीय जनता पार्टी को शायद अब विपक्ष की ताकत का अंदाजा हो चूका हैं या यू कहें कि लगातार उपचुनावों में हार का सामना करने के बाद अब 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर सचेत हो गए हैं। 28 मई को भाजपा ने ‘संपर्क फॉर समर्थन’ अभियान शुरू किया था, जिसके तहत भाजपा नेता देश की बड़ी हस्तियों से मिलकर समर्थन मागेंगे।