ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि पश्चिमी एशिया के इलाक़े में अपनी सैनिक उपस्थिति बढ़ाकर अमरीका बेहद ख़तरनाक खेल खेल रहा है।
विदेश मंत्री ज़रीफ़ ने सीएनएन को साक्षात्कार देते हुए अमरीका की ओर से फ़ार्स खाड़ी के इलाक़े में विमान वाहक पोत यूएसएस अब्राहम लिंकन, स्ट्राइक ग्रुप और बी-52 बमबार विमानों की एक स्क्वाड्रन तथा पैट्रियट मिसाइल भेजे जाने की ओर संकेत करते हुए कहा कि एक छोटे जल मार्ग में इतने बड़े पैमाने पर सैनिक उपकरणों को भेजना बहुत ख़तरनाक क़दम है क्योंकि कुछ तत्व एसे मौजूद हैं जो किसी बड़ी घटना में रूचि रखते हैं।
ज़रीफ़ ने कहा कि ईरान तनाव नहीं चाहता हम कह चुके हैं कि हम युद्ध शुरू नहीं करेंगे लेकिन अपनी रक्षा ज़रूर करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि तनाव बढ़ता है तो सभी पक्षों के लिए इसके दर्दनाक परिणाम होंगे।
ज़रीफ़ ने अपने इंटरव्यू में एक जगह यह भी कहा कि ईरान ट्रम्प प्रशासन से कोई वार्ता उस समय तक नहीं करेगा जब तक ट्रम्प सरकार परमाणु समझौते का पुनः पालन शुरू करके तेहरान का सम्मान नहीं करती।
ट्रम्प के वार्ता के प्रस्ताव के बारे में ज़रीफ़ ने कहा कि हम उन लोगों से वार्ता नहीं करना चाहते जो अपने वादों का उल्लंघन करते हैं। उन्होंने कहा कि आप किसी भी ईरान के साथ यह नहीं कर सकते कि उसे धमकियां भी दें और फिर वार्ता की अपेक्षा भी रखें।
विदेश मंत्री ने कहा कि अमरीका ने ईरान के विरुद्ध जो आर्थिक युद्ध छेड़ रखा है उसे तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए, अमरीका द्वारा लगाए गए प्रंतिबंधों से आम नागरिकों का जीवन प्रभावित हो रहा है।(Courtesy parastoday)