मशहूर वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन द्वारा अमरीकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट को पहला परमाणु बम बनाने के संबंध में लिखे गए पत्र की नीलामी इस साल सितंबर में की जाएगी। ये वही पत्र है जिसने अमरीका को दुनिया का पहला परमाणु बम बनाने के लिए प्रोत्साहित किया था।
अनुमान लगाया जा रहा है कि 10 सितंबर को न्यूयॉर्क के क्रिस्टीज़ में नीलाम होने वाले इस पत्र की कीमत 40 लाख डॉलर से 60 लाख डॉलर के बीच हो सकती है। भारतीय मुद्रा में ये रक़म 33 करोड़ रुपये से 50 करोड़ रुपये तक होगी।
यह पत्र माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक पॉल एलन से संबंधित कलाकृतियों की नीलामी के हिस्से के तौर पर बेचा जा रहा है।
1939 में लिखे इस दो पन्ने के पत्र में अमरीकी राष्ट्रपति से परमाणु कार्यक्रम स्थापित करने के संबंध में तत्काल कार्रवाई का आग्रह करते हुए यह चेतावनी दी गई थी कि नाज़ियों के पास परमाणु बम बनाने की क्षमता हो सकती है।
पत्र में कहा गया है कि यह कल्पना की जा सकती है कि नए प्रकार के अत्यधिक शक्तिशाली बम विकसित किए जा सकते हैं।
आइंस्टीन के हस्ताक्षर वाले इस पत्र को कई वैज्ञानिकों ने मिलकर साल 1939 में अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट के लिए लिखा था। ये वैज्ञानिक उन्हें सन्देश देना चाहते थे कि नाजी जर्मनी खतरनाक हथियार बनाने में सक्षम है इसलिए उन्हें भी अपना परमाणु बम बना लेना चाहिए। हालांकि उस समय अमरीका और नाजी जर्मनी के संबंध अच्छे नहीं थे।
पत्र में आइंस्टीन का नाम एक बार आया है, जबकि पत्र वास्तव में वैज्ञानिक लियो सिलार्ड द्वारा लिखा गया था। उनका मानना था कि यदि आइंस्टीन पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे तो पत्र राष्ट्रपति का ध्यान आकर्षित करेगा।
पत्र के अलावा, दिवंगत माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक पॉल एलन के संग्रह से दुर्लभ वस्तुएं भी बेची जाएंगी। बताते चलें कि पॉल एलन की 2018 में मृत्यु हो गई थी।
आइंस्टीन के पत्र के अलावा इस नीलामी में 1971 के एक कंप्यूटर मॉडल को भी नीलाम किया जा रहा है, जिसे एलन पॉल ने अपडेट किया था।
इस कंप्यूटर के 30,000 डॉलर से 50,000 डॉलर तक बिकने की उम्मीद है। भारतीय करेंसी में ये क़ीमत 25 से 41 लाख रुपये होगी।