मुंबई। सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को 23 वां और सौदे के तहत अंतिम बोइंग-777 विमान मिल गया है। इसके साथ अमेरिकी विमान विनिर्माता कंपनी बोइंग के साथ एक दशक से भी ज्यादा पुराना 68 विमानों की आपूर्ति का सौदा पूरा हो गया। गौरतलब है कि इन विमानों का उपयोग लंबी दूरी की यात्राओं में किया जाता है।
हालांकि सरकार एयर इंडिया के विनिवेश की तैयारियों में जुटी है। विमानन कंपनी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अंतिम बोइंग-777- 300- ईआर का पंजीकरण वीटी- एएलएक्स के नाम से किया गया है। यह विमान कल इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंच गया। इस विमान की 300 यात्रियों की क्षमता है।
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने आखिरी विमान की डिलीवरी होने की पुष्टि की है। कंपनी ने2006 में 68 विमानों की आपूर्ति के लिए बोइंग को यह ऑर्डर दिया था। इन 68 विमानों में 27 ड्रीमलाइनर, 15 बोइंग-777-300 ईआर, 8 बोइंग-777-200 एलआर और 18 बोइंग-737-800 विमान शामिल थे।
सूत्र ने बताया कि एयर इंडिया को यह आपूर्ति गुरुवार को बोइंग के सियाटेल संयंत्र से की गई है और यह शुक्रवार को दिल्ली पहुंचा। सूत्र के मुताबिक विमान को दिल्ली लाने वाले पायलट को एयर इंडिया की नई दिल्ली से सान फ्रांसिस्को की उड़ान के दौरान ह्दयाघात आया, जिससे इसे लाने में एक दिन की देरी हुई।
कोका कोला के आधे से ज्यादा उत्पाद अब देसी होंगे
वह इस उड़ान का सहयोगी-पायलट था। 5 मार्च को एयर इंडिया की नई दिल्ली से सान फ्रांसिस्को की उड़ान एआई 173 को एक चिकित्सा आपात स्थिति के चलते जापान के होक्काइदो के राजधानी साप्पोरो के हवाईअड्डे पर उतारा गया था। बहरहाल, कुल 68 विमानों में से 50 विमान एयर इंडिया के पास रहेंगे जबकि शेष 18 विमान (बी737एस) उसकी अंतरराष्ट्रीय बजट एयरलाइन इकाई एयर इंडिया एक्सप्रेस इस्तेमाल में लाएगी।