नई दिल्ली। गुजरात में अगले साल होने वाले वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में भागीदारी के लिए तैयारियों में जुटे अमेरिकी संगठन अमेरिका-भारत व्यावसायिक परिषद (यूएसआईबीसी) ने गुजरात को भारत की ‘आर्थिक वृद्धि का इंजन’ करार दिया है। यूएसआईबीसी के अध्यक्ष मुकेश अघी ने को यहां कहा, ‘उद्योगों के मामले में गुजरात राज्य भारत का एक अग्रणी राज्य है और इसकी पहचान भारत के आर्थिक वृद्धि इंजन के तौर पर हुई है।’ उन्होंने गुजरात से यहां पहुंचे व्यावसायियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार विमर्श के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात में एक भागीदार के तौर पर शामिल होने को लेकर यूएसआईबीसी काफी उत्साहित है। यूएसआईबीसी अध्यक्ष ने कहा, ‘वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन भारत को एक बेहतर निवेश स्थल के तौर पर स्थापित करने की दिशा में सबसे अहम प्रयास है।’
अघी ने कहा कि गुजरात वाइब्रेंट सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है जब भारत में वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने जा रहा है। गुजरात के दिल्ली में स्थानिक आयुक्त भारत लाल के नेतृत्व में यहां पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का अमेरिका में होने वाला मल्टी-सिटी रोडशो पूरा हो गया। प्रतिनिधिमंडल को अमेरिका के प्रमुख उद्योगपतियों और निवेशकों से मिलने और उन्हें वाइब्रेंट गुजरात में आमंत्रित करने के लिए यूएसआईबीसी ने ह्यूस्टन, शिकागो, न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन डीसी और मेनलो पार्क में बैठकों का आयोजन किया। इन बैठकों में प्रतिनिधिमंडल को अमेरिका के 100 से अधिक उद्योगपतियों और निवेशकों से मिलने का अवसर मिला। दिल्ली में गुजरात के स्थानीय आयुक्त भारत लाल ने इस दौरान कहा कि भारत में अब पहचान की राजनीति को कोई स्थान नहीं है। भारत में अब केवल विकास और आर्थिक वृद्धि पर ही ध्यान केन्द्रित किया जाता है। उन्होंने अमेरिकी कंपनियों को गुजरात और भारत में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को आमंत्रित किया।
भारत लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रतिस्पर्धी संघवाद की संस्कृति को बढ़ावा दिया है। भारत में अब नवीन प्रौद्योगिकी और विदेशी निवेश आकर्षित करने के मामले में प्रत्येक राज्य एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। भारत-अमेरिका व्यावसायिक परिषद द्वारा शुक्रवार रात यहां दोपहर के भोजन पर आयोजित बैठक में लाल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में ऐसी संस्कृति को बढ़ावा दिया है जिसमें हर राज्य को आगे बढ़ना है और सुधार लाना है। यह प्रतिस्पर्धी संघवाद है।’ लाल ने अमेरिका की सप्ताह भर लंबी यात्रा के दौरान विभिन्न शहरों का दौरा किया और गुजरात में 11 से 13 जनवरी तक होने वाले वाइब्रेंट गुजरात में उद्यमियों और निवेशकों सहित नीतिनिर्माताओं को भागीदारी के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात अब केवल गुजरात तक ही सीमित नहीं है बल्कि अब यह भारत को दुनिया से जोड़ने का माध्यम बन गया है।
नकीब न्यूज़ रेडियो सुनने कि लिए क्लिक करें